एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

कदमत द्वीप समूह

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
कदमत द्वीप समूह, लक्षद्वीप
Kadmat Island, Lakshadweep

स्थिति

लक्षद्वीप भारत की मुख्यभूमि से लगभग 400 कि.मी. दूर पश्चिम दिशा में अरब सागर में है। लक्षद्वीप में कुल 36 द्वीप है, किन्तु सिर्फ़ 7 द्वीपों पर ही जनजीवन है। भारतीय पयर्टक 6 द्वीपों पर जा सकते है जबकि विदेशी पयर्टकों को केवक 2 द्वीप, अगत्तीबंगाराम पर ही जाने की अनुमति मिलती है। लक्षद्वीप के द्वीपों में कदमत द्वीप समूह शामिल है। यहाँ के कुल 27 द्वीपों में से 11 में आबादी है। ये द्वीप उत्तर में 8 डिग्री और 12 डिग्री, 3, अक्षांश पर तथा पूर्व में 71 डिग्री और 74 डिग्री देशांतर पर केरल तट से लगभग 280 से 480 कि.मी. दूर अरब सागर में फैले हुए हैं।

जनसंख्या

यहाँ की जनसंख्या 5319 के लगभग है।

क्षेत्रफल

कदमत द्वीप 8 कि.मी. लम्बा और 550 मीटर चौड़ा है। इसका कुल क्षेत्रफल 3.20 वर्ग कि.मी. है। इसके पश्चिम के ख़ूबसूरत उथले लैगून वाटर स्पोर्ट्स के शौक़ीनों को बहुत प्रिय हैं। कदमत के पूर्व में एक संकरा लैगून है।

भाषा

यहाँ की मुख्य भाषा मलयालम है। यहाँ की भाषा-मलयालम, म्हाल और अंग्रेज़ी भी बोली जाती है।

जलवायु

यहाँ का अधिकतम तापमान-32 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान- 27डिग्री से. होता है। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा-160 सेमी है। यहाँ के निवासी केरल के निवासियों से बहुत मिलते-जुलते हैं। यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं।

परिवहन

  • अगत्ती में लक्षद्वीप का एकमात्र एयरपोर्ट है। अगत्ती नियमित उड़ानों से कोच्चि से जुड़ा हुआ है। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। हेलिकॉप्टर के माध्यम से भी लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है।
  • लक्षद्वीप पहुंचने के लिए पानी का जहाज़ अच्छा विकल्प है। कोच्चि से कुछ यात्री जहाज़ संचालित होते हैं। जहाज़ के माध्यम से लक्षद्वीप पहुंचने में लगभग 18-20 घन्टे का समय लगता है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं।

पर्यटन

यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। यहाँ का नैसर्गिक वातावरण देश-विदेश के सैलानियों को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। प्रदेश में पर्यटन महत्‍वपूर्ण उद्योग बनता जा रहा है। महत्‍वपूर्ण पर्यटन स्‍थल हैं : अगात्ती, बंगारम, कलपेनी, कदमत, कवरत्ती और मिनीकॉय आदि।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख