चना

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चना

चना भारत में उगाई जाने वाली बहुत ही महत्त्वपूर्ण दाल है, जो कि शारीरिक स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिये बहुत ही लाभकारी है। यह अनेक रोगों की चिकित्सा करने में भी सहायक होती है। चना में नमी, रेशे, चिकनाई, कैल्शियम, आयरन, विटामिन और कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। शरीर में होने वाली रक्त की कमी, कब्ज, मधुमेह और पीलिया जैसे रोगों में चना बहुत असरकारक सिद्ध होता है। बालों और त्वचा की सुन्दरता के लिए चने के आटे का उपयोग बड़ा ही लाभदायक होता है। भारत में चने के मुख्य उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र हैं। इन राज्यों में कुल क्षेत्रफल का 95 प्रतिशत चना उगाया जाता है। क्षेत्रफल एवं उत्पादन दोनो ही दृष्टि से दलहनों मे इसका पहला स्थान है।

आवश्यक भौगोलिक दशाएँ

चने के लिए हल्की बलुई मिट्टी और ऊँचे तापमान की आवश्यकता होती हैं। चने की पैदावार हल्की, ऊँची और भली-भाँति सूखी हुई भूमि में होती है। पाला पड़ जाने से इसका फूल नष्ट हो जाता है, जिससे इसका दाना सूख जाता है। चना बोते समय मिट्टी मे पर्याप्त नमी होना आवश्यक है। जहाँ जल की कमी के कारण गेहूँ या जौ पैदा नहीं हो सकते, वहाँ चना उत्पन्न किया जा सकता है। चने की फ़सल के लिए सामान्यतः 40 से 50 सेण्टीमीटर वर्षा पर्याप्त मानी जाती है। चना जाड़े की उपज है। फ़सल पकने में 4 से 5 महीने लग जाते हैं। उत्तर भारत में नवम्बर से अप्रैल तक तथा मध्य भारत और दक्षिण भारत में नवम्बर से फ़रवरी तक फ़सल पक जाती है। फ़सल काल में इसकी कृषि भूमि में यदि दो बार भी वर्षा हो जाए, तो भी इसकी फ़सल बहुत अच्छी हो जाती है।

प्रमुख उत्पादक राज्य

भारत में चने की खेती गंगा तथा सतलुज नदियों की ऊपरी घाटी और उससे लगे हुए मध्य प्रदेश तक ही सीमित है। चने के अन्तर्गत सम्पूर्ण क्षेत्रफल का 90 प्रतिशत उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में पाया जाता है। चना उत्पादन की दृष्टि से मध्य प्रदेश का प्रथम, उत्तर प्रदेश का द्धितीय तथा महाराष्ट्र का तृतीय स्थान है।

चने की दाल
  1. राजस्थान - श्रीगंगानगर, अलवर, भरतपुर, जयपुर, सवाई माधोपुर, अजमेर, कोटा, चुरू और झुंझुनू ज़िले।
  2. मध्य प्रदेश - भिंड, मुरैना, ग्वालियर, विदिशा, जबलपुर, नृसिंहपुर, धार, सीधी, सिहोर, होशंगाबाद, रायसेन ज़िले।
  3. उत्तर प्रदेश - बांदा, हमीरपुर, झांसी, जालौन, कानपुर, फतेहपुर, सीतापुर, बाराबंकी, इलाहाबाद और आगरा ज़िले।
  4. हरियाणा - हिसार, जींद, रोहतक, महेन्द्रगढ़, गुड़गांव और करनाल जिले।
  5. पंजाब - भटिण्डा, फिरोजपुर, पटियाला और संगरूर ज़िले।
  6. महाराष्ट्र - उस्मानाबाद, औरंगाबाद, शोलापुर, परभनी, अहमदनगर, बीड़, नान्देड़ और नासिक ज़िले।

उत्पादन एवं क्षेत्र

वर्ष 2008-2009 में देश में 80 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में चना बोया गया और 72 लाख टन कुल चने का उत्पादन हुआ। देश में प्रति-हेक्टेअर 885 कि.ग्रा. चने की उपज हुई।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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