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- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- आश्विन की नवमी पर यह व्रत प्रारम्भ होता है।
- यह व्रत वर्ष भर चलता है।
- आश्विन से आगे के मासों में विभिन्न पुष्प, धूप, नैवेद्य होते हैं।
- दुर्गा के अन्य नाम हैं, मंगल्या एवं चण्डिका।[1]
- किसी भी नवमी पर।[2]
- सभी नवमियों पर, क्योंकि उस भद्रकाली को सभी योगिनियों की स्वामिनी बनाया गया था।[3]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
अन्य संबंधित लिंक
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