"प्रयोग:रिंकू2" के अवतरणों में अंतर
रिंकू बघेल (चर्चा | योगदान) |
रिंकू बघेल (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | + | {{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | |
− | '''ट्रेड मार्क''' (''Trade Mark'') सामान्य भाषा में किसी ब्रांड नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, उपाय/युक्ति, लेबल, अंक, रंगों के संयोजन कुछ भी हो सकता है। ट्रेड मार्क को किसी कम्पनी द्वारा अपने माल अथवा सेवाओं व अन्य वाणिज्यिक मदों को, समान माल अथवा सेवायें बनाने वाली अन्य कम्पनियों से अलग दिखाने हेतु प्रयोग किया जाता है। ट्रेड मार्क चयन के लिए आविष्कारित शब्द अथवा निर्मित शब्द सर्वश्रेष्ठ मार्क होते हैं। इसके लिए भौगोलिक नाम के चयन से बचें क्योंकि किसी को भी उस पर एकाधिकार नहीं हो सकता। | + | |चित्र=Trade-Mark.jpg |
− | + | |चित्र का नाम= ट्रेड मार्क | |
− | ट्रेड मार्क को | + | |विवरण= ट्रेड मार्क किसी ब्रांड के नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न होता है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, लेबल, अंक, आदि द्वारा दर्शित किया जाता है। |
+ | |शीर्षक 1= प्रारम्भ | ||
+ | |पाठ 1= 1266 | ||
+ | |शीर्षक 2=स्थान | ||
+ | |पाठ 2=इंगलैंड | ||
+ | |शीर्षक 3=कार्य | ||
+ | |पाठ 3= माल/सेवा तथा उसके मूल की पहचान कराना, उत्पाद की गुणवत्ता के अपरिवर्तित रहने की गारंटी | ||
+ | |शीर्षक 4=लाभ | ||
+ | |पाठ 4= ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है, एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। | ||
+ | |शीर्षक 5= | ||
+ | |पाठ 5= | ||
+ | |शीर्षक 6= | ||
+ | |पाठ 6= | ||
+ | |शीर्षक 7= | ||
+ | |पाठ 7= | ||
+ | |शीर्षक 8= | ||
+ | |पाठ 8= | ||
+ | |शीर्षक 9= | ||
+ | |पाठ 9= | ||
+ | |शीर्षक 10= | ||
+ | |पाठ 10= | ||
+ | |संबंधित लेख= | ||
+ | |अन्य जानकारी=पहला ट्रेड मार्क क़ानून 1266 में किंग हेनरी तृतीय के शासनकाल के तहत [[इंग्लैंड]] की संसद द्वारा पारित किया गया था। | ||
+ | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
+ | |अद्यतन= | ||
+ | }} | ||
+ | '''ट्रेड मार्क''' (''Trade Mark'') सामान्य भाषा में किसी ब्रांड के नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, उपाय/युक्ति, लेबल, अंक, रंगों के संयोजन कुछ भी हो सकता है। ट्रेड मार्क को किसी कम्पनी द्वारा अपने माल अथवा सेवाओं व अन्य वाणिज्यिक मदों को, समान माल अथवा सेवायें बनाने वाली अन्य कम्पनियों से अलग दिखाने हेतु प्रयोग किया जाता है। ट्रेड मार्क चयन के लिए आविष्कारित शब्द अथवा निर्मित शब्द सर्वश्रेष्ठ मार्क होते हैं। इसके लिए भौगोलिक नाम के चयन से बचें क्योंकि किसी को भी उस पर एकाधिकार नहीं हो सकता। पहला ट्रेड मार्क क़ानून 1266 में किंग हेनरी तृतीय के शासनकाल के तहत [[इंग्लैंड]] की संसद द्वारा पारित किया गया था, जिसके लिए सभी बेकरों को रोटी की बिक्री के लिए एक विशिष्ट चिह्न का उपयोग करने की आवश्यकता थी। | ||
+ | ===पंजीकरण हेतु अपेक्षाएँ=== | ||
*चयनित ट्रेड मार्क को लिखित/चित्र रूप में प्रस्तुत करने योग्य (कागज़ पर) होना अनिवार्य है। | *चयनित ट्रेड मार्क को लिखित/चित्र रूप में प्रस्तुत करने योग्य (कागज़ पर) होना अनिवार्य है। | ||
*इसमे एक कम्पनी के माल अथवा सेवाओं को अन्य से अलग दिखाने की क्षमता होनी चाहिये। | *इसमे एक कम्पनी के माल अथवा सेवाओं को अन्य से अलग दिखाने की क्षमता होनी चाहिये। | ||
− | === | + | ===कार्य=== |
− | * | + | *ट्रेड मार्क माल/सेवा तथा उसके मूल की पहचान कराता है। |
− | |||
*यह माल/सेवाओं का विज्ञापन करता है। | *यह माल/सेवाओं का विज्ञापन करता है। | ||
− | * | + | *उक्त उत्पाद की गुणवत्ता के अपरिवर्तित रहने की गारंटी ट्रेड मार्क लेता है। |
− | === | + | *इसके द्वारा माल/सेवाओं की एक छवि निर्मित की जाती है। |
+ | === लाभ === | ||
ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है तथा इसे जिन माल अथवा सेवाओं के संबंध में पंजीकृत किया गया है उन पर चिह्न (R) के द्वारा इंगित किया जाता है। इस एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। तथापि, यह एकाधिकार पंजी में उल्लिखित शर्तों जैसे प्रयोग हेतु सीमित क्षेत्र, इत्यादि पर आधारित होता है। यही नहीं, यदि विशेष परिस्थितियों में किन्हीं दो अथवा अधिक व्यक्तियों ने एक समान अथवा लगभग एक समान ट्रेड मार्क पंजीकृत करवा लिया हो तो ऐसे मामलों में एकाधिकार का एक-दूसरे के विरुद्ध प्रयोग नहीं किया जा सकता। | ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है तथा इसे जिन माल अथवा सेवाओं के संबंध में पंजीकृत किया गया है उन पर चिह्न (R) के द्वारा इंगित किया जाता है। इस एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। तथापि, यह एकाधिकार पंजी में उल्लिखित शर्तों जैसे प्रयोग हेतु सीमित क्षेत्र, इत्यादि पर आधारित होता है। यही नहीं, यदि विशेष परिस्थितियों में किन्हीं दो अथवा अधिक व्यक्तियों ने एक समान अथवा लगभग एक समान ट्रेड मार्क पंजीकृत करवा लिया हो तो ऐसे मामलों में एकाधिकार का एक-दूसरे के विरुद्ध प्रयोग नहीं किया जा सकता। |
12:40, 17 अक्टूबर 2017 का अवतरण
रिंकू2
| |
विवरण | ट्रेड मार्क किसी ब्रांड के नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न होता है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, लेबल, अंक, आदि द्वारा दर्शित किया जाता है। |
प्रारम्भ | 1266 |
स्थान | इंगलैंड |
कार्य | माल/सेवा तथा उसके मूल की पहचान कराना, उत्पाद की गुणवत्ता के अपरिवर्तित रहने की गारंटी |
लाभ | ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है, एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। |
अन्य जानकारी | पहला ट्रेड मार्क क़ानून 1266 में किंग हेनरी तृतीय के शासनकाल के तहत इंग्लैंड की संसद द्वारा पारित किया गया था। |
ट्रेड मार्क (Trade Mark) सामान्य भाषा में किसी ब्रांड के नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, उपाय/युक्ति, लेबल, अंक, रंगों के संयोजन कुछ भी हो सकता है। ट्रेड मार्क को किसी कम्पनी द्वारा अपने माल अथवा सेवाओं व अन्य वाणिज्यिक मदों को, समान माल अथवा सेवायें बनाने वाली अन्य कम्पनियों से अलग दिखाने हेतु प्रयोग किया जाता है। ट्रेड मार्क चयन के लिए आविष्कारित शब्द अथवा निर्मित शब्द सर्वश्रेष्ठ मार्क होते हैं। इसके लिए भौगोलिक नाम के चयन से बचें क्योंकि किसी को भी उस पर एकाधिकार नहीं हो सकता। पहला ट्रेड मार्क क़ानून 1266 में किंग हेनरी तृतीय के शासनकाल के तहत इंग्लैंड की संसद द्वारा पारित किया गया था, जिसके लिए सभी बेकरों को रोटी की बिक्री के लिए एक विशिष्ट चिह्न का उपयोग करने की आवश्यकता थी।
पंजीकरण हेतु अपेक्षाएँ
- चयनित ट्रेड मार्क को लिखित/चित्र रूप में प्रस्तुत करने योग्य (कागज़ पर) होना अनिवार्य है।
- इसमे एक कम्पनी के माल अथवा सेवाओं को अन्य से अलग दिखाने की क्षमता होनी चाहिये।
कार्य
- ट्रेड मार्क माल/सेवा तथा उसके मूल की पहचान कराता है।
- यह माल/सेवाओं का विज्ञापन करता है।
- उक्त उत्पाद की गुणवत्ता के अपरिवर्तित रहने की गारंटी ट्रेड मार्क लेता है।
- इसके द्वारा माल/सेवाओं की एक छवि निर्मित की जाती है।
लाभ
ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है तथा इसे जिन माल अथवा सेवाओं के संबंध में पंजीकृत किया गया है उन पर चिह्न (R) के द्वारा इंगित किया जाता है। इस एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। तथापि, यह एकाधिकार पंजी में उल्लिखित शर्तों जैसे प्रयोग हेतु सीमित क्षेत्र, इत्यादि पर आधारित होता है। यही नहीं, यदि विशेष परिस्थितियों में किन्हीं दो अथवा अधिक व्यक्तियों ने एक समान अथवा लगभग एक समान ट्रेड मार्क पंजीकृत करवा लिया हो तो ऐसे मामलों में एकाधिकार का एक-दूसरे के विरुद्ध प्रयोग नहीं किया जा सकता।