"मुखपृष्ठ" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(इसी सदस्य द्वारा किये गये बीच के 15 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
====<div style="display:none;">एक आलेख</div>====
 
====<div style="display:none;">एक आलेख</div>====
 
{{विशेष आलेख}}
 
{{विशेष आलेख}}
====<div style="display:none;">एक पर्यटन स्थल</div>====
 
{{एक पर्यटन स्थल}}
 
 
====<div style="display:none;">एक व्यक्तित्व</div>====
 
====<div style="display:none;">एक व्यक्तित्व</div>====
 
{{एक व्यक्तित्व}}
 
{{एक व्यक्तित्व}}
====<div style="display:none;">एक रचना</div>====
+
====<div style="display:none;">एक रोग</div>====
{{एक रचना}}
+
{{एक रोग}}
 +
====<div style="display:none;">एक खेल</div>====
 +
{{एक खेल}}
 
====<div style="display:none;">सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी</div>====
 
====<div style="display:none;">सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी</div>====
 
{{सामान्य ज्ञान}}
 
{{सामान्य ज्ञान}}
 
====<div style="display:none;">महत्त्वपूर्ण आकर्षण</div>====
 
====<div style="display:none;">महत्त्वपूर्ण आकर्षण</div>====
 
{{महत्त्वपूर्ण आकर्षण}}
 
{{महत्त्वपूर्ण आकर्षण}}
 +
====<div style="display:none;">स्वतंत्र लेखन</div>====
 +
{{स्वतंत्र लेखन}}
 
====<div style="display:none;">समाचार</div>====
 
====<div style="display:none;">समाचार</div>====
 
{{समाचार-चयनिका}}
 
{{समाचार-चयनिका}}

14:25, 21 मार्च 2017 का अवतरण

आज का दिन - 29 मार्च 2024 (भारतीय समयानुसार)

भारतकोश हलचल

भारतकोश हलचल

एकनाथ षष्ठी (31 मार्च) नौचंदी मेला मेरठ प्रारम्भ (31 मार्च) ईस्टर संडे (31 मार्च) रंग पंचमी (30 मार्च) राजस्थान दिवस (30 मार्च) गुड फ़्राइडे (29 मार्च) दाऊजी का हुरंगा (27 मार्च) रंगजी मन्दिर महोत्सव, वृन्दावन (27 मार्च) तुकाराम जयन्ती (27 मार्च) विश्व रंगमंच दिवस (27 मार्च) फाल्गुन पूर्णिमा (25 मार्च) होली (25 मार्च) चैतन्य महाप्रभु जयन्ती (25 मार्च) होलाष्टक समाप्त (24 मार्च) होलिका दहन (24 मार्च) पौर्णमासी व्रत (24 मार्च) विश्व क्षयरोग दिवस (24 मार्च) बलिदान दिवस (23 मार्च) विश्व मौसम विज्ञान दिवस (23 मार्च) प्रदोष व्रत (22 मार्च) विश्व जल दिवस (22 मार्च) विश्व वानिकी दिवस (21 मार्च) विश्व कठपुतली दिवस (21 मार्च) अंतरराष्ट्रीय रंगभेद उन्मूलन दिवस (21 मार्च) विश्व कविता दिवस (21 मार्च) आमलक्य एकादशी (20 मार्च) लट्ठमार होली-जन्मभूमि मथुरा (20 मार्च) मेला खाटू श्याम जी राजस्थान (20 मार्च) विश्व गौरैया दिवस (20 मार्च) लट्ठमार होली नंदगाँव (19 मार्च) लट्ठमार होली बरसाना (18 मार्च) आयुध निर्माण दिवस (18 मार्च) होलाष्टक प्रारम्भ (17 मार्च) लड्डू होली श्रीजी मंदिर, वृन्दावन (17 मार्च) दादू दयाल जयन्ती (17 मार्च) विश्व नींद दिवस (15 मार्च)


जन्म
गुरु अंगद देव (31 मार्च) आनंदी गोपाल जोशी (31 मार्च) रमा शंकर व्यास (31 मार्च) शीला दीक्षित (31 मार्च) पी. जे. कुरियन (31 मार्च) राजेंद्र नारायण सिंह देव (31 मार्च) मीरा कुमार (31 मार्च) कोनेरू हम्पी (31 मार्च) कमला दास (31 मार्च) देविका रानी (30 मार्च) यशस्विनी सिंह देसवाल (30 मार्च) भवानी प्रसाद मिश्र (29 मार्च) रोमेश भंडारी (29 मार्च) उत्पल दत्त (29 मार्च)
मृत्यु
श्यामजी कृष्ण वर्मा (31 मार्च) सरदार पूर्ण सिंह (31 मार्च) मीना कुमारी (31 मार्च) मनोहर श्याम जोशी (30 मार्च) आनंद बख़्शी (30 मार्च) गुरु हर किशन सिंह (30 मार्च) सियारामशरण गुप्त (29 मार्च) श्याम सुंदर कलानी (29 मार्च)

Guru-har-kishan-ji.jpg
Anand-Bakshi.jpg
Msjoshi.jpg
Devika-Rani.jpg
Siyaramsharan-gupt.jpg
Utpal-Dutt.jpg
Romesh-Bhandari.jpg
Bhawani-prasad-mishra.jpg

भारतकोश सम्पादकीय

भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी

4-crow-meeting.jpg
कौऔं का वायरस

         यह एक तरह की ध्यानावस्था ही है। यह एक ऐसा ध्यान है जो किया नहीं जाता या धारण नहीं करना होता बल्कि स्वत: ही धारित हो जाता है... बस लग जाता है। मनोविश्लेषण की पुरानी अवधारणा के अनुसार कहें तो अवचेतन मस्तिष्क (सब कॉन्शस) में कहीं स्थापित हो जाता है। दिमाग़ में बादाम जितने आकार के दो हिस्से, जिन्हें ऍमिग्डाला (Amygdala) कहते हैं, कुछ ऐसा ही व्यवहार करते हैं। ये दोनों कभी-कभी दिमाग़ को अनदेखा कर शरीर के किसी भी हिस्से को सक्रिय कर देते हैं। असल में इनकी मुख्य भूमिका संवेदनात्मक आपातकालिक संदेश देने की होती है। इस तरह की ही कोई प्रणाली संभवत: अवचेतन के संदेशों के निगमन को संचालित करती है। ऍमिग्डाला की प्रक्रिया को 'डेनियल गोलमॅन' ने अपनी किताब इमोशनल इंटेलीजेन्स में बहुत अच्छी तरह समझाया है। ...पूरा पढ़ें

पिछले सभी लेख सफलता का शॉर्ट-कट -आदित्य चौधरी शहीद मुकुल द्विवेदी के नाम पत्र शर्मदार की मौत


एक आलेख

एक आलेख

Sansad-Bhavan.jpg

        संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें

पिछले आलेख राष्ट्रपति रसखान की भाषा मौर्य काल

एक व्यक्तित्व

एक व्यक्तित्व

Rahul Sankrityayan.JPG

        महापण्डित राहुल सांकृत्यायन को हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। बौद्ध धर्म की ओर जब झुकाव हुआ तो पाली, प्राकृत, अपभ्रंश, तिब्बती, चीनी, जापानी, एवं सिंहली भाषाओं की जानकारी लेते हुए सम्पूर्ण बौद्ध ग्रन्थों का मनन किया और सर्वश्रेष्ठ उपाधि 'त्रिपिटिका चार्य' की पदवी पायी। साम्यवाद के क्रोड़ में जब राहुल जी गये तो कार्ल मार्क्स, लेनिन तथा स्तालिन के दर्शन से पूर्ण परिचय हुआ। प्रकारान्तर से राहुल जी इतिहास, पुरातत्त्व, स्थापत्य, भाषाशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र के अच्छे ज्ञाता थे। ... और पढ़ें

पिछले लेख पण्डित ओंकारनाथ ठाकुर जे. आर. डी. टाटा आर. के. लक्ष्मण

एक रोग

एक रोग

Corona-Virus.png

         कोरोना विषाणु (अंग्रेज़ी: Corona virus) कई प्रकार के विषाणुओं का एक समूह है, जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग के कारण हैं। यह आर.एन.ए. विषाणु होते हैं। मानव में यह श्वास तंत्र संक्रमण का कारण बनते हैं, जो अधिकांशत: कम घातक लेकिन कभी-कभी जानलेवा सिद्ध होते हैं। गाय और सूअर में कोरोना विषाणु अतिसार और मुर्गियों में ऊपरी श्वास तंत्र के रोग के कारण बनते हैं। इनकी रोकथाम के लिए कोई टीका (वैक्सीन) या एंटीवायरल अभी उपलब्ध नहीं है। साबुन से हाथ धोना ही बचाव का सबसे बेहतरीन तरीका है, क्योंकि कोरोना वायरस की बाहरी परत प्रोटीन या तैलीय लिपिड से बनी होती है, जिसे साबुन का पानी तोड़ देता है। इसके बाद वायरस का स्ट्रेन कमजोर पड़ जाता है। चीन के वूहान शहर से उत्पन्न होने वाला '2019 नोवेल कोरोना विषाणु' इसी समूह के वायरसों का एक उदहारण है, जिसका संक्रमण 2019-2020 से बड़ी ही तेज़ी से पूरे में फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 'कोविड-19' (COVID-19) नाम दिया है। ...और पढ़ें

पिछले लेख डेंगू मधुमेह ऑटिज़्म

एक खेल

एक खेल
Kabaddi.jpg

         कबड्डी एक सामूहिक खेल है, जो प्रमुख रूप से भारत में खेला जाता है। कबड्डी नाम का प्रयोग प्राय: उत्तर भारत में किया जाता है, इस खेल को दक्षिण भारत में चेडु-गुडु और पूरब में हु तू तू के नाम से भी जानते हैं। भारत के साथ पड़ोसी देशों में भी कबड्डी बड़े पैमाने पर खेली जाती है। विभिन्न क्षेत्रों में इसके अलग-अलग नाम हैं। बांग्लादेश में हा-दो-दो; श्रीलंका में गुड्डु और थाईलैंण्ड में थीचुब। यद्यपि यह खेल थोड़ी भिन्नता के साथ खेला जाता है, पर शत्रु क्षेत्र में आक्रमण का मूलतंत्र सभी में समान रहता है। ...और पढ़ें

पिछला लेख → ओलम्पिक खेल क्रिकेट

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

महत्त्वपूर्ण आकर्षण

महत्त्वपूर्ण आकर्षण

स्वतंत्र लेखन

भारतकोश पर स्वतंत्र लेखन

समाचार

समाचार

कुछ लेख

कुछ लेख

भारतकोश ज्ञान का हिन्दी-महासागर

  • कुल संपादित- 6,89,453
  • कुल पृष्ठ- 1,93,621
  • कुल लेख- 61,833
  • कुल चित्र- 19,071
  • 'भारत डिस्कवरी' विभिन्न भाषाओं में निष्पक्ष एवं संपूर्ण ज्ञानकोश उपलब्ध कराने का अलाभकारी शैक्षिक मिशन है।
  • कृपया यह भी ध्यान दें कि यह सरकारी वेबसाइट नहीं है और हमें कहीं से कोई आर्थिक सहायता प्राप्त नहीं है।
  • सदस्यों को सम्पादन सुविधा उपलब्ध है।


ब्रज डिस्कवरी

ब्रज डिस्कवरी पर जाएँ

ब्रज डिस्कवरी पर हम आपको एक ऐसी यात्रा का भागीदार बनाना चाहते हैं जिसका रिश्ता ब्रज के इतिहास, संस्कृति, समाज, पुरातत्व, कला, धर्म-संप्रदाय, पर्यटन स्थल, प्रतिभाओं आदि से है।


चयनित चित्र

चयनित चित्र