"हिन्दी व्याकरण" के अवतरणों में अंतर
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जिस विद्या से किसी भाषा के बोलने तथा लिखने के नियमों की व्यवस्थित पद्धति का ज्ञान होता है, उसे 'व्याकरण' कहते हैं। | जिस विद्या से किसी भाषा के बोलने तथा लिखने के नियमों की व्यवस्थित पद्धति का ज्ञान होता है, उसे 'व्याकरण' कहते हैं। | ||
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[[हिन्दी भाषा]] में जितने वर्णों का प्रयोग होता है, उन वर्णों के समूह को 'वर्णमाला' कहा जाता है। | [[हिन्दी भाषा]] में जितने वर्णों का प्रयोग होता है, उन वर्णों के समूह को 'वर्णमाला' कहा जाता है। |
04:49, 25 दिसम्बर 2010 का अवतरण
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जिस विद्या से किसी भाषा के बोलने तथा लिखने के नियमों की व्यवस्थित पद्धति का ज्ञान होता है, उसे 'व्याकरण' कहते हैं।
वर्णमाला
हिन्दी भाषा में जितने वर्णों का प्रयोग होता है, उन वर्णों के समूह को 'वर्णमाला' कहा जाता है।
हिन्दी वर्णमाला
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हिन्दी भाषा में जितने वर्ण प्रयुक्त होते हैं, उनके समूह को 'हिन्दी-वर्णमाला' कहा जाता है। हिन्दी- वर्णमाला के समस्त वर्णों को दो भागों में विभक्त किया गया है- स्वर और व्यंजन।
शब्द
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- वर्ण-समूह या ध्वनि-समूह को 'शब्द' कहते हैं।
- शब्द दो प्रकार के होते हैं- सार्थक और निरर्थक।
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