अमृतसर पर्यटन
अमृतसर | अमृतसर पर्यटन | अमृतसर ज़िला |
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स्वर्ण मंदिर अमृतसर का दिल माना जाता है। अमृतसर का इतिहास गौरवमयी है। यह अपनी संस्कृति और लड़ाइयों के लिए बहुत प्रसिद्ध रहा है। अमृतसर पंजाब का सबसे महत्त्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है। पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि सिखों का सबसे बड़ा गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ही है। ताजमहल के बाद सबसे ज़्यादा पर्यटक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को ही देखने आते हैं। अमृतसर में कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार हैं:-
मुख्य पर्यटन स्थल
स्वर्ण मंदिर
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स्वर्ण मंदिर अमृतसर का सबसे बड़ा आकर्षण है। इसका पूरा नाम हरमंदिर साहब है लेकिन यह स्वर्ण मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर सिक्ख धर्म का सहनशीलता तथा स्वीकार्यता का संदेश अपनी वास्तुकला के माध्यम से प्रवर्तित करता है, जिसमें अन्य धर्मों के संकेत शामिल किए गए हैं। दुनिया भर के सिक्ख श्री अमृतसर आना चाहते हैं और श्री हरमंदिर साहिब में अपनी अरदास देकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करना चाहते हैं। स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन हज़ारों पर्यटक आते हैं।
जलियाँवाला बाग़
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जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड आज भी ब्रिटिश शासन के जनरल डायर की कहानी कहता नज़र आता है, जब उसने सैकड़ों निर्दोष देशभक्तों को अंधाधुंध गोलीबारी कर मार डाला था। 13 अप्रॅल 1919 की वह तारीख आज भी विश्व के बड़े नरसंहारों में से एक के रूप में दर्ज है।
अन्य दर्शनीय स्थल
गुरुद्वारे
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अमृतसर की दक्षिण दिशा में संतोखसर साहब और बिबेसर साहब गुरुद्वार है। इनमें से संतोखसर गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर से भी बड़ा है।
हाथी गेट मंदिर
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प्राचीन हिन्दू मंदिर हाथी गेट क्षेत्र में स्थित हैं। यहाँ पर दुर्गीयाना मंदिर है। इस मंदिर को हरमंदिर की तरह बनाया गया है।
खरउद्दीन मस्जिद
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यह मस्जिद गांधी गेट के नज़दीक हॉल बाज़ार में स्थित है। नमाज़ के समय यहाँ बहुत भीड़ होती है। ।
बाघा बॉर्डर
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बाघा बोर्डर पर हर शाम भारत की सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तान रेंजर्स की सैनिक टुकडियां इकट्ठी होती है।
अकाल तख्त
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स्वर्णमंदिर एवं पवित्र सरोवर विशाल परिसर के मध्य स्थित है, जिसका मुख्य प्रवेशद्वार उत्तर दिशा में है। इस द्वार पर एक क्लॉक टॉवर बना है। मंदिर में प्रवेश करते समय सिर पर पगड़ी या कोई कपड़ा या टोपी अवश्य होनी चाहिए। अंदर सरोवर के आसपास संगमरमर का बना परिक्रमा पथ है।
महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय
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महाराजा रणजीत सिंह ने रामबाग़ पार्क में एक समर पैलेस बनवाया था। इस महल को अब महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय में बदल दिया गया है। महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय में अनेक चित्रों और फर्नीचर को प्रदर्शित किया गया है।
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