खलीकुज्जमा

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  • खलीकुज्जमा मुस्लिम लीग के प्रमुख नेता थे, किन्तु लम्बे समय तक कांग्रेस के साथ भी जुड़े रहे।
  • ये 1934 ई. तक कांग्रेस पार्लियामेण्ट्री बोर्ड के सदस्य रहे थे।
  • इन्होंने असहयोग आन्दोलन में भाग लिया था, किन्तु पाश्चात्यकालीन आन्दोलन में विशेष भूमिका नहीं रही।
  • 1934 ई. में यह कांग्रेस से अलग हो गये।
  • 1937 ई. में चुनावों के बाद कांग्रेस को जब संयुक्त प्रान्त में पूर्ण बहुमत प्राप्त हो गया, तो खलीकुज्जमा ने कांग्रेस के समक्ष संयुक्त मंत्रिमण्डल बनाने का प्रस्ताव रखा, किन्तु कांग्रेस ने स्वीकार नहीं किया।
  • 1937 ई. में लीग के लखनऊ अधिवेशन में इन्होंने मुसलमान किसानों की दशा में सुधार की हिमायत करते हुए भी भूमि सुधारों का विरोध किया।
  • 1940 ई. में लाहौर अधिवेशन में इन्होंने पाकिस्तान के प्रस्ताव का समर्थन किया था तथा पाकिस्तान की प्राप्ति के लिए प्रयत्न भी किए थे।



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

नागोरी, डॉ. एस.एल. “खण्ड 3”, स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन), 2011 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर, पृष्ठ सं 124-125।

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