यशकीर्ति

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

यशकीर्ति जैन भट्टारक थे। 'पाण्डवपुराण', 'हरिवंशपुराण', 'आदित्यरकथा' और 'जिनरात्रिकथा' इनकी मुख्य कृतियाँ हैं। इन्होंने महाकवि स्वयंभू के खण्डित और जीर्ण-शीर्ण हरिवंशपुराण का उद्धार ग्वालियर के पास पनिहार जिन चैत्यालय में बैठकर किया था।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख