हिमालय के दर्रे

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हिमालय अन्यंत दुर्भत पर्वत श्रेणी है जिसके आर-पार जाने के लिए दर्रों से होकर मार्ग जाता है। हिमालय पर्वत स्थित प्रमुख दर्रे निम्नलिखित हैं।

कराकोरम दर्रा

कराकोरम दर्रा जम्मू कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में हिमालय के कराकोरम श्रेणियों के मध्य स्थित हैं। हिमालय पर्वत श्रेणी का यह सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित दर्रा जो 5,654 मीटर ऊंचा है।

रोहतांग दर्रा

रोहतांग दर्रा हिमाचल प्रदेश में पीर-पंजाल श्रेणियों में 4,631 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

लाचा दर्रा

हिमाचल प्रदेश में जास्कर श्रेणियों के मध्य स्थित लाचा दर्रा मण्डी से लेह जाने का मार्ग प्रदान करता है। यह दर्रा 4,512 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

बुर्जिला दर्रा

जम्मू कश्मीर में स्थित बुर्जिला दर्रा 3,750 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर काशनगर और मध्य एशिया का मार्ग गुजरता है।

ज़ोजिला दर्रा

ज़ोजिला दर्रा जम्मू कश्मीर में जास्कर श्रेणी में स्थित है। यह 3,529 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर श्रीनगर से लेह का मार्ग गुजरता है।

पीर पंजाल दर्रा

पीर पंजाल दर्रा जम्मू-कश्मीर के दक्षिण पश्चिम में पीर पंजाल श्रेणियों के मध्य स्थित है।

शिपकी ला दर्रा

शिपकी ला दर्रा हिमाचल प्रदेश में जास्कर श्रेणियों के मध्य स्थित है। इस दर्रे से होकर शिमला से तिब्बत का मार्ग उपलब्ध होता हे।

नीति दर्रा

उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित नीति दर्रा 5,389 मीटर ऊंचा है। इस दर्रे से होकर मानसरोवर और कैलाश घाटी जाने का मुख्य मार्ग गुजरता है।

माना दर्रा

माना दर्रा उत्तराखंड के कुमाऊँ श्रेणी में स्थित है। इस दर्रे से होकर मानसरोवर और कैलाश घाटी जाने का मुख्य मार्ग गुजरता है।

बनिहाल दर्रा

बनिहाल दर्रा जम्मू कश्मीर के पीर पंजाल श्रेणियों में स्थित है। इस दर्रे के ऊंचाई 2,832 मीटर है। यह दर्रा जम्मू से श्रीनगर का मार्ग उपलब्ध कराता है।

नाथुला दर्रा

नाथुला दर्रा सिक्किम में डोगेक्या श्रेणी में स्थित है। इस दर्रे से दार्जिलिंग और चुम्बी घाटी होकर तिब्बत जाने वाला मार्ग गुजरता है।

भारत-पाकिस्तान के बीच स्थित दर्रे

वर्तमान में पाकिस्तान अधिकृत पश्चिमी हिमालय पर्वत श्रेणियों में भी अनेक दर्रें विद्यमान हैं। इन दर्रों में खैबर, बोलन, मकरान, गोमल, टोची, कुर्रम आदि प्रमुख हैं।

बोलन दर्रा

बोलन दर्रा क्वेटा एवं पाकिस्तान को खक्खर से जोड़ता है।

खैबर दर्रा

खैबर दर्रा पेशावर (पाकिस्तान) को काबुल से जोड़ता है।

पालघाट

पालघाट केरल को तमिलनाडु तथा कर्नाटक से जोड़ता है।

थालघाट

थालघाट से होकर मुम्बई-कोलकाता मार्ग गुजरता है।

बोमडिला दर्रा

बोमडिला दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर पश्चिम में स्थित है। इस दर्रे से होकर तिब्बत जाने का मार्ग गुजरता है।

याम्याप दर्रा

यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इसी के समीप से ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है। चीन के लिए मार्ग भी इस दर्रे से होकर जाता है।

पांगसौ दर्रा

पांगसौ दर्रा अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण म्यानमार सीमा पर स्थित है। इस दर्रे से होकर डिब्रगढ़ से म्यान्मार के लिए मार्ग जाता हे।

तुजु दर्रा

मणिपुर के द.प. में म्यान्मार की सीमा पर स्थित, इस दर्रे से इम्फाल से म्यान्मार का मार्ग जाता है।


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