प्रतिभा राय
प्रतिभा राय (अंग्रेज़ी: Pratibha Ray, जन्म- 21 जनवरी, 1943, जगतसिंहपुर, उड़ीसा) उड़िया भाषा की प्रसिद्ध लेखिका हैं। उन्होंने अपने उपन्यासों के माध्यम से सामाजिक अन्याय और भष्ट्राचार के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की। उड़ीसा राज्य की बोंडा पहाड़ियों के बोंडा जनजाति पर उनके नृशास्त्रीय अध्ययन को 'अधिभूमि' नाम से प्रकाशित किया गया था। इसे नृशास्त्रीय अध्ययन पर एक श्रेष्ठ कृति माना जाता है। प्रतिभा राय का उपन्यास 'मगनमति' 1999 के महाचक्रवात पर आधारित है। यह उनकी सर्वोत्कृष्ट रचना है।
परिचय
डॉ. प्रतिभा राय का जन्म 21 जनवरी, सन 1943 में उड़ीसा के जगतसिंहपुर ज़िले में हुआ था। अक्षय चंद्र राय इनके जीवन साथी हैं। इनकी तीन संतानें हैं- आद्याशा, अन्वेष और ऐसकान्त।
लेखन कार्य
उपन्यास, लघु कथाएँ, बाल कहानियाँ, आत्मकथा, अनुवाद सहित कई खंडों में गीतों की रचनाएँ प्रतिभा राय ने की हैं। इनका पहला उपन्यास 'वर्षा बसंत बैशाखा' है। उड़ीसा की बोंडा पहाड़ियों के बोंडा जनजाति पर उनके नृशास्त्रीय अध्ययन को 'अधिभूमि' नाम से प्रकाशित किया गया है। इसे नृशास्त्रीय अध्ययन पर एक श्रेष्ठ कृति माना जाता है। उनका उपन्यास 'मगनमति' 1999 के चक्रवात पर आधारित है। डॉ. प्रतिभा राय के 20 उपन्यास, 24 लघुकथा संग्रह, 10 यात्रा वृतांत, दो कविता संग्रह और कई निबंध प्रकाशित हुए हैं। इसमें 'यज्ञनासैनी', 'शिल पदम', 'महामोह', 'उत्तर मार्ग' और 'द्रोपदी' प्रमुख हैं। प्रतिभा राय की प्रमुख रचनाओं का देश की प्रमुख भाषाओं में और अंग्रेज़ी सहित दूसरी विदेशी भाषाओं में भी अनुवाद हुआ है।[1]
पुरस्कार व सम्मान
- डॉ. प्रतिभा राय 'मूर्तिदेवी पुरस्कार' जीतने वाली पहली महिला हैं। यह पुरस्कार उन्हें वर्ष 1991 में उपन्यास 'यज्ञनासैनी' के लिए दिया गया था।
- उड़िया उपन्यास 'शिलापदम' के लिए प्रतिभा राय को 'ओड़ीसा साहित्य अकादमी पुरस्कार' (1986) प्रदान किया गया था। उसी उपन्यास का हिन्दी रूपान्तर 'कोणार्क' के रूप में प्रस्तुत हुआ है।
- वर्ष 2000 में लघुकथा संग्रह 'उल्लंघन' के लिए प्रतिभा राय को 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से और वर्ष 2007 में 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था।
- लेखिका डॉ. प्रतिभा राय को वर्ष 2011 के लिए 47वें 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' से 22 मई, 2013 को सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली स्थित संसद भवन के पुस्तकालय भवन के बालयोगी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभा राय को यह पुरस्कार प्रदान किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ उड़िया भाषा की लेखिका डॉ प्रतिभा राय वर्ष 2011 के लिए 47वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित (हिन्दी) जागरन जोश। अभिगमन तिथि: 06 जून, 2015।
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