"अग्निधर्म -कन्हैयालाल नंदन" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "Category:इतिहास कोश" to "Category:साहित्य कोश") |
कात्या सिंह (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 31: | पंक्ति 31: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem> | <poem> | ||
− | अंगारे को तुमने छुआ | + | अंगारे को तुमने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ। |
− | और हाथ में फफोला नहीं | + | इतनी सी बात पर अंगारे पर तोहमत मत लगाओ॥ |
− | इतनी सी बात पर | ||
− | अंगारे पर तोहमत मत | ||
− | जरा तह तक जाओ | + | जरा तह तक जाओ, आग भी कभी-कभी आपद्धर्म निभाती है। |
− | आग भी कभी-कभी | + | और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है॥ |
− | आपद्धर्म निभाती | ||
− | और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती | ||
</poem> | </poem> | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} |
05:30, 14 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||||||||||
|
अंगारे को तुमने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ। |
संबंधित लेख