अनिल भल्ला

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अनिल भल्ला

अनिल भल्ला (अंग्रेज़ी: Anil Bhalla, जन्म- ?; मृत्यु- 10 मई, 2021, मुम्बई) भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्क्वाड्रन लीडर थे। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 32वें पाठ्यक्रम में शामिल हुए थे और 1968 में वायु सेना के लड़ाकू पायलट बने। वह तेजपुर स्थित 28वें स्क्वाड्रन का हिस्सा रहे। सन 1971 के युद्ध में अनिल भल्ला ने ढाका के गवर्नर हाउस जैसे चाक-चौबंद सुरक्षा वाले ठिकानों पर हवाई हमलों के मिशन को अंजाम दिया था।

  • मूल रूप से मुंबई के रहने वाले अनिल भल्ला 1984 में भारतीय वायुसेना से रिटायर होने के बाद हैदराबाद में रह रहे थे।
  • पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में स्थित सैनिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद अनिल भल्ला 'राष्ट्रीय रक्षा अकादमी' के 32वें पाठ्यक्रम में शामिल हुए और 1968 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू पायलट बने।
  • वह तेजपुर स्थित 28वें स्क्वाड्रन का हिस्सा रहे। उनके एक पूर्व सहकर्मी के अनुसार, "1971 के युद्ध में अनिल भल्ला ने कई उड़ानें भरीं और ढाका स्थित गवर्नर हाउस सहित कई अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों की रक्षा की, जिसने पाकिस्तान के आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई"।
  • स्क्वाड्रन लीडर अनिल भल्ला मास्टर ग्रीन आईआर (इंस्ट्रूमेंट रेटिंग) पाने वाले सबसे युवा फ्लाईंग अफसर थे। आईआर बेहतरीन पायलटों को दिया जाता है।
  • अनिल भल्ला हाकिमपेट में लड़ाकू पायलटों की प्रशिक्षण शाखा के प्रशिक्षक भी थे।


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