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07:13, 18 मई 2010 का अवतरण

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  • अरुण को सूर्य का सारथि माना जाता है।
  • यह विनता का पुत्र और गरुड़ का ज्येष्ठ भ्राता है ।
  • पौराणिक कल्पना के अनुसार यह पंगु अर्थात पाँवरहित है ।
  • प्राय: सूर्य मंदिरों के सामने अरुण-स्तम्भ स्थापित किया जाता है ।
  • इसका भौतिक आधार है सूर्योदय के पूर्व अरुणिमा (लाली) । इसी के रूपक का नाम अरुण है।