आबूगीदा
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आबूगीदा वह लिपि है जिसमें व्यंजन और स्वर को एक ईकाई में लिखा जाये। ब्राह्मी परिवार की सभी लिपियाँ आबूगीदा हैं।
- जैसे देवनागरी एक आबूगीदा है, क्योंकि 'क' के व्यंजन और 'ओ' के स्वर को एक ही ईकाई में मिलाकर "को" लिखा जाता है।
- इसी तरह इथियोपिआ व इरित्रिया की गीइज़ लिपि में 'ड' को 'ደ' लिखा जाता है और यदि 'डी' लिखना हो तो 'ई' का स्वर इसी अक्षर में मिलाकर 'ዲ' बन जाता है।
- इसके विपरीत अंग्रेज़ी में प्रयोग होने वाली रोमन लिपि एक आबूगीदा नहीं है, क्योंकि 'क' (k) के साथ 'ई' (i) जोड़ने पर भी यह दोनों अलग-अलग अक्षर ही रहते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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