- घण्टा एक घन वाद्य है।
- घण्टा काँसा मिश्रित पीतल अथवा लौह निर्मित प्रचलित है।
- घण्टे का व्यवहार कई प्रकार से होता है एवं आकृति भी कई प्रकार की है।
- भारतवर्ष में देव पूजा में जिस घण्टे का व्यवहार होता है, उसके साथ पीतल या काँसा निर्मित एक दण्ड भी रहता है, बायें हाथ में यह दण्ड रखकर घण्टा बजाया जाता है।
- मंदिरों में जंजीर की सहायता से घण्टा झूलता रहता है।
- देवदर्शनाकांक्षी व्यक्ति मंदिरों में प्रवेश करते समय यह घण्टा बजाते हैं।
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