"छोड़ो कल की बातें" के अवतरणों में अंतर
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आज पुरानी ज़ंजीरों को तोड़ चुके हैं | आज पुरानी ज़ंजीरों को तोड़ चुके हैं | ||
− | क्या देखें उस | + | क्या देखें उस मंज़िल को जो छोड़ चुके हैं |
चाँद के दर पे जा पहुंचा है आज ज़माना | चाँद के दर पे जा पहुंचा है आज ज़माना | ||
नये जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं | नये जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं |
14:18, 3 फ़रवरी 2013 का अवतरण
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छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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