जयमंगला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:02, 20 अक्टूबर 2012 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

जयमंगला के रचनाकाल के बारे में भी अनिश्चय की स्थिति है, लेकिन विभिन्न निष्कर्षों के आधार पर इसका रचनाकाल 600 ई. या इसके बाद माना गया [1]है।

  • उदयवीर शास्त्री इसे 600 ई. तक लिखा जा चुका मानते हैं [2]
  • गोपीनाथ कविराज के अनुसार इसके रचयिता बौद्ध थे। रचयिता का नाम शंकर (शंकराचार्य या शंकरार्य) है। ये गोविन्द आचार्य के शिष्य थे- ऐसा जयमंगला के अन्त में उपलब्ध वाक्य से ज्ञात होता है।
  • जयमंगला भी सांख्यकारिका की व्याख्या है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 19वीं कारिका पर युक्तिदीपिका,पृष्ठ 371
  2. सां. द. इ. पृ. 453

संबंधित लेख