"प्रयोग:Asha" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 45: पंक्ति 45:
 
* मीर सैयद अली व ख्वाजा अब्दुस्समद कोप 'सिरिकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।
 
* मीर सैयद अली व ख्वाजा अब्दुस्समद कोप 'सिरिकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।
 
* मुहम्मद हुसैन को 'जरींकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।
 
* मुहम्मद हुसैन को 'जरींकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।
 
=======
 
page  no- 116
 
 
{| class="bharattable-purple"
 
|+ मुग़ल काल का साहित्य<ref>|accessmonthday=16 मई|accessyear=2012|
 
 
last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |
 
 
language=हिंदी}}</ref>
 
|-
 
! क्रमांक
 
! पुस्तक
 
! लेखक
 
|-
 
| 1.
 
| बाबरनामा
 
| बाबर
 
|-
 
| 2.
 
| तारीखे अलफी
 
| मुल्ला दाउद
 
|-
 
| 3.
 
| आइना-ए-अकबरी, अकबरनामा 
 
| अबुल फजल
 
|-
 
| 4.
 
| मुंतखाब-उत-तवारीख
 
| बदायूँनी
 
|-
 
| 5.
 
| तबकात-ए-अकबरी
 
| निजामुद्दीन अहमद
 
|-
 
| 6.
 
| हुमायूँनामा
 
| गुलबदन बेगम
 
|-
 
| 7.
 
| तारीख-ए-शेरशाही
 
| अब्बास खाँ शेरवानी
 
|-
 
| 8.
 
| मखजन अफगानी
 
| नियामतुल्ला
 
|-
 
| 9.
 
| पादशाहनामा
 
| अब्दुल हामीद लहौरी
 
|-
 
| 10.
 
| फतवा-ए-आलमगीरी
 
| औरंगज़ेब
 
|-
 
| 11.
 
| आलमगीरनामा
 
|  मिर्जा मुहम्मद काजिम
 
|-
 
| 12.
 
| खुलासा-उल-तवारीख
 
| सुआन राय खत्री
 
|-
 
| 13.
 
| फतुहाते आलमगीरी
 
| ईश्वरदास
 
|-
 
| 14.
 
| नुस्खा-ए-दिलकुशा
 
| मुहम्म्द साफी
 
|-
 
| 15.
 
| पद्मावत
 
| मलिक मुहम्मद जायसी
 
|-
 
| 16.
 
| सूरसागर
 
| सूरदास
 
|-
 
| 17.
 
| रामचरितमानस 
 
| तुलसीदास
 
|-
 
| 18.
 
| मासर-ए-जहाँगीर
 
| ख्वाजा कामगार
 
|-
 
| 19.
 
| शाहजहाँनामा
 
| इनायत खान
 
|-
 
| 20.
 
| मकज्जम-ए-अफगानी
 
| नियामत उल्ला
 
|-
 
| 21.
 
| प्रेम वाटिका
 
| रसखान
 
|-
 
| 22.
 
| तुजुक-ए-बाबरी
 
| बाबर
 
|-
 
|}
 
  
  
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>

11:26, 2 जून 2012 का अवतरण

अकबर के प्रमुख कार्य[1]
क्रमांक ईस्वी कार्य
1. 1562 युद्ध बंदी को दास बनाना बंद
2. 1563 तीर्थयात्रा कर समाप्त
3. 1564 जजिया कर समाप्त
4. 1565 धर्म परिवर्तन पर पाबंदी
5. 1575 इबादत खाना का निर्माण
6. 1579 महजर की घोषणा
7. 1582 दीन-ए-इलाही धर्म की घोषणा, सूर्य पूजा व अग्नि पूजा का प्रचलन कराया [2]
=====

पेज - 117

  • महाभारत का फारसी अनुवाद अकबर के काल में हुआ जिसे 'रज्मनामा' के नाम से जाना गया।
  • रामचरितमानस को ग्रियर्सन ने 'करोड़ों लोगों की बाइबिल' कहा है।
  • कॉबेल ने मुकुंद राम को ' बंगाल का क्रेव' कहा है।
  • अकबर ने बीरबल को 'कविप्रिय' कहा है।
  • नरहरि को 'महापात्र' की उपाधि दी गयी थी।
  • मीर सैयद अली व ख्वाजा अब्दुस्समद कोप 'सिरिकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।
  • मुहम्मद हुसैन को 'जरींकलम' की उपाधि से विभूषित किया गया था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय इतिहास (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 16 मई, 2012।
  2. सेंगर, शैलेंद्र “2”, भारतीय इतिहास (हिंदी)। भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: पर्व प्रकाशन, काश्मीरी गेट, दिल्ली, 1117।