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'''बरेली''' [[उत्तरी भारत]] में मध्य [[उत्तर प्रदेश]] राज्य में [[रामगंगा नदी]] [[तट]] पर स्थित है। यह नगर रुहेलों के अतीत गौरव का स्मारक है। बरेली को 'बाँसबरेली' भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ लकड़ी, [[बाँस]] आदि का कारोबार काफ़ी लम्बे समय से हो रहा है। एक कहावत 'उल्टे बाँस बरेली' भी इस स्थान पर बाँसों की प्रचुरता को सिद्ध करती है। लकड़ी के विभिन्न प्रकार के सामान और फर्नीचर आदि के लिए भी बरेली प्रसिद्ध है।
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उत्तरी [[भारत]] में मध्य [[उत्तर प्रदेश]] राज्य में स्थित बरेली नगर [[रामगंगा नदी]] तट पर स्थित है।
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1537 में स्थापित इस शहर का निर्माण मुख्यत: [[मुग़ल]] प्रशासक 'मकरंद राय' ने करवाया था। एक अन्य पुरानी जनश्रुति के अनुसार बरेली को 'बरेल' राजपूतों ने बसाया था। प्राचीन काल में बरेली का क्षेत्र [[पंचाल]] जनपद का एक भाग था। [[महाभारत]] काल में पंचाल की राजधानी 'अहिच्छत्र' थी, जो ज़िला बरेली की तहसील आंवला के निकट स्थित थी। बरेली तथा वर्तमान [[रुहेलखंड]] का अधिकांश प्रदेश 18वीं शती में रुहेलों के अधीन था। 1772 ई. में रुहेलों तथा अवध के नवाब के बीच जो युद्ध हुआ, उसमें रुहेलों की पराजय हुई और उनकी सत्ता भी नष्ट हो गई। इस युद्ध से पहले रुहेलों का शासक हाफ़िज रहमत ख़ाँ था जो बड़ा न्यायप्रिय और दयालु था। रहमत ख़ाँ का मक़बरा बरेली में आज भी रुहेलों के अतीत गौरव का स्मारक है। बरेली को 'बाँसबरेली' भी कहते हैं, क्योंकि पहाड़ों की तराई के निकटवर्ती प्रदेश में इसकी स्थिति होने के कारण यहाँ लकड़ी, [[बाँस]] आदि का करोबार काफ़ी पुराना है। 'उल्टे बाँस बरेली' की कहावत भी, इस स्थान पर बाँसों की प्रचुर मात्रा होने के कारण बनी है।
==इतिहास==
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1537 में स्थापित इस शहर का निर्माण मुख्यत: मुग़ल प्रशासक 'मकरंद राय' ने करवाया था। यहां बाद में इसके आसपास के क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल कर चुके अप्रवासी समुदाय के रोहिल्लाओं की राजधानी बना। 1774 में [[अवध]] के शासक ने अंग्रेज़ों की मदद से इस क्षेत्र को जीत लिया और 1801 में बरेली की ब्रिटिश क्षेत्रों में शामिल कर लिया गया। मुग़ल सम्राटों के समय में फ़ौजी नगर था। अब यहाँ पर एक फ़ौजी छावनी है। यह 1857 में ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ हुए भारतीय विद्रोह का एक केंद्र भी था।  
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1774 में [[अवध]] के शासक ने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] की मदद से इस क्षेत्र को जीत लिया और 1801 में बरेली की ब्रिटिश क्षेत्रों में शामिल कर लिया गया। बरेली मुग़ल सम्राटों के समय में एक प्रसिद्ध फ़ौजी नगर हुआ करता था। अब यहाँ पर एक फ़ौजी छावनी है। यह [[1857]] में ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ हुए भारतीय विद्रोह का प्रमुख केंद्र भी था।
==परिवहन==
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====परिवहन====
बरेली नगर रेलवे तथा सड़क मार्ग द्वारा देश के महत्वपूर्ण भागों से सम्बद्ध है।
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बरेली नगर रेलवे तथा सड़क मार्ग द्वारा देश के महत्त्वपूर्ण भागों से सम्बद्ध है।
 
==व्यापार और उद्योग==
 
==व्यापार और उद्योग==
यह शहर कृषि उत्पादों का व्यापारिक केंद्र है और यहां कई उद्योग, चीनी प्रसंस्करण, कपास ओटने और गांठ बनाने आदि भी हैं। लकड़ी का फ़र्नीचर बनाने के लिए यह नगर काफ़ी प्रसिद्ध है। इसके निकट दियासलाई, लकड़ी से तारपीन का तेल निकालने के कारख़ाने हैं। यहाँ पर सूती कपड़े की मिलें तथा गन्धा बिरोजा तैयार करने के कारख़ाने भी है।  
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यह शहर [[कृषि]] उत्पादों का व्यापारिक केंद्र है और यहाँ कई उद्योग, चीनी प्रसंस्करण, कपास ओटने और गांठ बनाने आदि भी हैं। लकड़ी का फ़र्नीचर बनाने के लिए यह नगर काफ़ी प्रसिद्ध है। इसके निकट [[दियासलाई]], लकड़ी से तारपीन का तेल निकालने के कारख़ाने हैं। यहाँ पर सूती कपड़े की मिलें तथा गन्धा बिरोजा तैयार करने के कारख़ाने भी है।  
==कृषि==
 
 
==शिक्षा==
 
==शिक्षा==
*बरेली में एम॰ जे॰ पी॰ रोहेलखंड विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1975 में की गयी थी।  
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*बरेली में एम. जे. पी. रोहेलखंड विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1975 में की गयी थी।  
 
*बरेली कॉलेज, जिसकी स्थापना 1837 में की गयी थी और इनवर्टिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ स्थित हैं।  
 
*बरेली कॉलेज, जिसकी स्थापना 1837 में की गयी थी और इनवर्टिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ स्थित हैं।  
 
*इंडियन वेटेनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट इज़ातनगर उपनगरीय क्षेत्र में स्थित है।  
 
*इंडियन वेटेनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट इज़ातनगर उपनगरीय क्षेत्र में स्थित है।  
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बरेली में कई बेहतरीन मस्जिदें हैं। माना जाता है कि बरेली के पास स्थित प्राचीन दुर्ग नगर [[अहिच्छत्र]] में [[बुद्ध]] का आगमन हुआ था।
 
==जनसंख्या==
 
==जनसंख्या==
2001 की जनगणना के अनुसार बरेली नगरनिगम क्षेत्र की जनसंख्या 6,99,839 है; उपनगर की जनसंख्या 27,953 और ज़िले की कुल जनसंख्या 35,98,701। है।  
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06:36, 22 नवम्बर 2012 के समय का अवतरण

हाफिज़ रहमत खान का मक़बरा, बरेली

बरेली उत्तरी भारत में मध्य उत्तर प्रदेश राज्य में रामगंगा नदी तट पर स्थित है। यह नगर रुहेलों के अतीत गौरव का स्मारक है। बरेली को 'बाँसबरेली' भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ लकड़ी, बाँस आदि का कारोबार काफ़ी लम्बे समय से हो रहा है। एक कहावत 'उल्टे बाँस बरेली' भी इस स्थान पर बाँसों की प्रचुरता को सिद्ध करती है। लकड़ी के विभिन्न प्रकार के सामान और फर्नीचर आदि के लिए भी बरेली प्रसिद्ध है।

इतिहास

1537 में स्थापित इस शहर का निर्माण मुख्यत: मुग़ल प्रशासक 'मकरंद राय' ने करवाया था। एक अन्य पुरानी जनश्रुति के अनुसार बरेली को 'बरेल' राजपूतों ने बसाया था। प्राचीन काल में बरेली का क्षेत्र पंचाल जनपद का एक भाग था। महाभारत काल में पंचाल की राजधानी 'अहिच्छत्र' थी, जो ज़िला बरेली की तहसील आंवला के निकट स्थित थी। बरेली तथा वर्तमान रुहेलखंड का अधिकांश प्रदेश 18वीं शती में रुहेलों के अधीन था। 1772 ई. में रुहेलों तथा अवध के नवाब के बीच जो युद्ध हुआ, उसमें रुहेलों की पराजय हुई और उनकी सत्ता भी नष्ट हो गई। इस युद्ध से पहले रुहेलों का शासक हाफ़िज रहमत ख़ाँ था जो बड़ा न्यायप्रिय और दयालु था। रहमत ख़ाँ का मक़बरा बरेली में आज भी रुहेलों के अतीत गौरव का स्मारक है। बरेली को 'बाँसबरेली' भी कहते हैं, क्योंकि पहाड़ों की तराई के निकटवर्ती प्रदेश में इसकी स्थिति होने के कारण यहाँ लकड़ी, बाँस आदि का करोबार काफ़ी पुराना है। 'उल्टे बाँस बरेली' की कहावत भी, इस स्थान पर बाँसों की प्रचुर मात्रा होने के कारण बनी है।

1774 में अवध के शासक ने अंग्रेज़ों की मदद से इस क्षेत्र को जीत लिया और 1801 में बरेली की ब्रिटिश क्षेत्रों में शामिल कर लिया गया। बरेली मुग़ल सम्राटों के समय में एक प्रसिद्ध फ़ौजी नगर हुआ करता था। अब यहाँ पर एक फ़ौजी छावनी है। यह 1857 में ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ हुए भारतीय विद्रोह का प्रमुख केंद्र भी था।

परिवहन

बरेली नगर रेलवे तथा सड़क मार्ग द्वारा देश के महत्त्वपूर्ण भागों से सम्बद्ध है।

व्यापार और उद्योग

यह शहर कृषि उत्पादों का व्यापारिक केंद्र है और यहाँ कई उद्योग, चीनी प्रसंस्करण, कपास ओटने और गांठ बनाने आदि भी हैं। लकड़ी का फ़र्नीचर बनाने के लिए यह नगर काफ़ी प्रसिद्ध है। इसके निकट दियासलाई, लकड़ी से तारपीन का तेल निकालने के कारख़ाने हैं। यहाँ पर सूती कपड़े की मिलें तथा गन्धा बिरोजा तैयार करने के कारख़ाने भी है।

शिक्षा

  • बरेली में एम. जे. पी. रोहेलखंड विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1975 में की गयी थी।
  • बरेली कॉलेज, जिसकी स्थापना 1837 में की गयी थी और इनवर्टिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ स्थित हैं।
  • इंडियन वेटेनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट इज़ातनगर उपनगरीय क्षेत्र में स्थित है।

पर्यटन

बरेली में कई बेहतरीन मस्जिदें हैं। माना जाता है कि बरेली के पास स्थित प्राचीन दुर्ग नगर अहिच्छत्र में बुद्ध का आगमन हुआ था।

जनसंख्या

2001 की जनगणना के अनुसार बरेली नगरनिगम क्षेत्र की जनसंख्या 6,99,839 है; उपनगर की जनसंख्या 27,953 और ज़िले की कुल जनसंख्या 35,98,701। है।


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