बालक्रीड़नक कला

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जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। बच्चों के खेलने के लिये तरह-तरह खिलौने बनाना 'कला' है— शिशो: संरक्षणे ज्ञानं धारणे क्रीड़ने कला।

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