मल्लिषेण

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आचार्य मल्लिषेण

  • इन्होंने हेमचन्द्र की 'अन्ययोगव्यवच्छेदिका' नाम की द्वात्रिंशतिका पर 'स्याद्वाद मंजरी' लिखी है।
  • यह विद्वत्प्रिय एवं सरल होने से अनेक विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में निर्धारित है।
  • मल्लिषेण विक्रम की 14वीं शती के मनीषी हैं।

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