"यह स्तुति अब तुम बंद करो -आदित्य चौधरी" के अवतरणों में अंतर
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आँखें मलता सब सुना किया | आँखें मलता सब सुना किया | ||
जैसे-तैसे मन शांत किया | जैसे-तैसे मन शांत किया | ||
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+ | सब उलझ गये इन बातों में | ||
+ | आश्चर्य भरा था आँखों में | ||
+ | अर्जुन भी सुनकर भ्रमित हुआ | ||
+ | प्रभु ने आगे फिर प्रश्न किया | ||
क्या हंता हो सकती माता | क्या हंता हो सकती माता |
14:44, 27 जुलाई 2022 के समय का अवतरण
यह स्तुति अब तुम बंद करो -आदित्य चौधरी
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