योगवशिष्ठ

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योगवशिष्ठ वसिष्ठ द्वारा रचित भगवान श्रीराम की कथाओं से सम्बंधित ग्रंथ है।

  • इस ग्रंथ को ‘वासिष्ठ रामायण’, ‘आर्ष रामायण’, ‘ज्ञान-वासिष्ठ‘, ‘महारामायण’ इत्यादि नामों से भी जाना जाता है।
  • महर्षि वसिष्ठ द्वारा रचित होने के कारण ही इसे उपर्युक्त नामों से जाना जाता है।
  • योगवशिष्ठ में ‘वाल्मीकि रामायण’ से अधिक श्लोक होने के कारण इसे ‘महारामायण’ की संज्ञा मिली है।
  • इसमें महर्षि वसिष्ठ के आध्यात्मिक एवं दार्शनिक उपदेश हैं।
  • योगवशिष्ठ में 27,687 श्लोक तथा 6 प्रकरण हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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