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*वनवास के समय [[राम]] के टिकने का स्थान या पड़ाव को रामटेक कहा जाता है।  
 
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*रामटेक एक तीर्थ स्थान है। [[नागपुर]] से रामटेक स्टेशन 26 मील की दूरी पर है। रामटेक से बस्ती एक मील की दूरी पर है।  
 
*रामटेक एक तीर्थ स्थान है। [[नागपुर]] से रामटेक स्टेशन 26 मील की दूरी पर है। रामटेक से बस्ती एक मील की दूरी पर है।  
*रामटेक के पास रामगिरि नामक पर्वत है। पर्वत के ऊपर श्रीराममन्दिर है। श्रीराममन्दिर के सामने वराह भगवान की मूर्ति है।  
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*रामटेक के पास रामगिरि नामक पर्वत है। पर्वत के ऊपर श्रीराम मन्दिर है। श्रीराम मन्दिर के सामने [[वराह अवतार|वराह]] भगवान की मूर्ति है।  
 
*रामटेक से दो मील दूर रामसागर तथा अम्बासागर नामक दो पवित्र सरोवर हैं। इनके किनारे कई मन्दिर हैं।  
 
*रामटेक से दो मील दूर रामसागर तथा अम्बासागर नामक दो पवित्र सरोवर हैं। इनके किनारे कई मन्दिर हैं।  
*रामटेक में जैनमन्दिर भी है। कुछ विद्वानों का मत है कि [[कालिदास]] के मेघदूत का रामगिरि यही है।  
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*रामटेक में [[जैन]] मन्दिर भी है। कुछ विद्वानों का मत है कि [[कालिदास]] के मेघदूत का रामगिरि यही है।  
  
 
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05:52, 14 मार्च 2011 का अवतरण

  • वनवास के समय राम के टिकने का स्थान या पड़ाव को रामटेक कहा जाता है।
  • रामटेक एक तीर्थ स्थान है। नागपुर से रामटेक स्टेशन 26 मील की दूरी पर है। रामटेक से बस्ती एक मील की दूरी पर है।
  • रामटेक के पास रामगिरि नामक पर्वत है। पर्वत के ऊपर श्रीराम मन्दिर है। श्रीराम मन्दिर के सामने वराह भगवान की मूर्ति है।
  • रामटेक से दो मील दूर रामसागर तथा अम्बासागर नामक दो पवित्र सरोवर हैं। इनके किनारे कई मन्दिर हैं।
  • रामटेक में जैन मन्दिर भी है। कुछ विद्वानों का मत है कि कालिदास के मेघदूत का रामगिरि यही है।


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