राव सातल

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राव सातल बीकानेर, राजस्थान के राठौड़ शासकों में से एक था। उसका जन्म राव जोधा की रानी जसमादे के गर्भ से हुआ था।

  • राठौड़ों के प्रभुत्व में आने से पूर्व बीकानेर का क्षेत्र जांगल प्रदेश के नाम से जाना जाता था, जो मारवाड़ के उत्तर में स्थित है। महाभारत काल में यह क्षेत्र कुरु प्रदेश के अन्तर्गत आता था।
  • मारवाड़ के शासक राव जोधा की छः रानियाँ व सत्तरह पुत्र थे, जिसमें दूसरे पुत्र बीका ने 1466 ई. में जांगल प्रदेश में राठौड़ वंश की रियासत की स्थापना की तथा 1488 ई. में बीकानेर नगर बसाया। अतः राव बीका को बीकानेर राज्य का संस्थापक माना जाता है।
  • राव जोधा का सबसे बड़ा पुत्र राव नीबा, राव जोधा के शासन काल में ही स्वर्गवासी हो गया था। दूसरा पुत्र राव बीका ही मारवाड़ का उत्तराधिकारी था; लेकिन राव जोधा ने अपनी प्रिय रानी जसमादे के प्रभाव में आकर दूसरे पुत्र राव सातल को जोधपुर का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। राव सातल को जोधपुर का उत्तराधिकारी घोषित कर देने से बीका नाराज हो गया।
  • 1465-66 ई. में करणी माता के आशीर्वाद से राव बीका ने जांगल प्रदेश पर अधिकार कर लिया।
  • बीका के बढ़ते प्रभाव को देखकर राव जोधा घबरा गया। उसको डर था कि कहीं बीका जोधपुर पर आक्रमण न कर दे, किन्तु बीका ने अपने पिता को वचन दिया कि- "मैं जोधपुर पर कभी आक्रमण नहीं करूँगा व जोधपुर रियासत को अपना ज्येष्ठ मानूँगा।"[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. बीकानेर के राठौड़ (हिन्दी) historicalsaga.com। अभिगमन तिथि: 03 फ़रवरी, 2017।

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