शिशिर (स्थान)

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शिशिर नामक पौराणिक स्थान का उल्लेख हिन्दू धार्मिक ग्रंथ विष्णुपुराण में हुआ है। विष्णुपुराण[1] के अनुसार यह प्लक्षद्वीप का एक भाग या वर्ष था, जो इस द्वीप के राज मेधातिथि के पुत्र 'शिशिर' के नाम पर प्रसिद्ध था।[2]

  • विष्णुपुराण के अनुसार- प्लक्षद्वीप का विस्तार जम्बूद्वीप से दुगुना है। यहां बीच में एक विशाल प्लक्ष वृक्ष लगा हुआ है।[3] यहां के स्वामी मेधातिथि के सात पुत्र हुए। ये थे-
  1. शान्तहय
  2. शिशिर
  3. सुखोदय
  4. आनंद
  5. शिव
  6. क्षेमक
  7. ध्रुव


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. विष्णुपुराण 2,4,5
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 902 |
  3. प्लक्षद्वीप (हिन्दी) धर्मसंसार। अभिगमन तिथि: 22 अगस्त, 2014।

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