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अर्थ |
एक ही जगह पर स्थिर रहने वाला। अचल। क्रियाहीन। गतिहीन। - विशेषण | | व्याकरण |
पुल्लिंग - (1.) निर्जीव वस्तु। जड़ वस्तु। (2.) पर्वत, पहाड़। (3.) अचल सम्पत्ति। | | उदाहरण |
नरेश्वर ! एक दिन मेरे द्वारा महातेजस्वी ब्रह्मर्षि नारद ठगे गये, अतः उन्होंने क्रोध से आविष्ट होकर मुझे शाप दे दिया- "तुम स्थावर वृक्ष की भांति एक जगह पड़े रहो, जब कभी राजा नल आकर तुम्हें यहां से अन्यत्र ले जायंगे, तभी तुम मेरे शाप से छुटकारा पा सकोगे।" | | विशेष |
वृक्ष प्राणवान होने पर भी गतिशील न होने के कारण 'स्थावर' ही हैं। | | विलोम |
अस्थावर, जंगम | | संस्कृत |
[धातु स्था + वरच्] | | सभी लेख | |
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