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− | + | *हंसोला गढ़ मुंगरा गढ़ के पास ही वर्तमान नौगांव विकासखण्ड मुख्यालय के पास यमुना नदी की दो धाराओं के मध्य एक बड़ी चट्टान के टीले पर है, जिसमें बुनियादी चिणाई की 4 परतें अभी भी हैं। विशाल भवन की आधारशिला भग्नावशेष अभी मौजूद हैं। मुंगरा गढ़ में जाने से पहले रौतेला जाति इसी गढ़ में रहती थी। दो भाई रौतेला लोगों को राजा श्रीनगर द्वारा मुंगरा और मुराड़ी की जागीर दी गई थी। मुराड़ी गांव बाद में बत्र्वाल ठाकुर लोगों को हस्तगत हो गया था। | |
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14:35, 17 सितम्बर 2013 का अवतरण
मुख्य लेख : उत्तरकाशी पर्यटन
- हंसोला गढ़ मुंगरा गढ़ के पास ही वर्तमान नौगांव विकासखण्ड मुख्यालय के पास यमुना नदी की दो धाराओं के मध्य एक बड़ी चट्टान के टीले पर है, जिसमें बुनियादी चिणाई की 4 परतें अभी भी हैं। विशाल भवन की आधारशिला भग्नावशेष अभी मौजूद हैं। मुंगरा गढ़ में जाने से पहले रौतेला जाति इसी गढ़ में रहती थी। दो भाई रौतेला लोगों को राजा श्रीनगर द्वारा मुंगरा और मुराड़ी की जागीर दी गई थी। मुराड़ी गांव बाद में बत्र्वाल ठाकुर लोगों को हस्तगत हो गया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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