एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

हर्यश्व

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:53, 16 फ़रवरी 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=हर्यश्व|लेख का नाम=हर्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Disamb2.jpg हर्यश्व एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- हर्यश्व (बहुविकल्पी)

हर्यश्व का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत उद्योग पर्व के अनुसार ये अयोध्या के एक इक्ष्वाकुवंशी राजा थे, जो महापराक्रमी, चतुरंगिणी सेना से सम्पन्न, कोष, धन-धान्य तथा मन्त्रशक्ति से समृद्ध थे।[1] इन्होंने जीवन में कभी मांस नहीं खाया।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 549 |

  1. महाभारत उद्योग पर्व 115.18-21; 116.16-20
  2. महाभारत अनुशासन पर्व 115-67

संबंधित लेख