एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"।

आजाद -सुमित्रानंदन पंत

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:14, 24 मार्च 2012 का अवतरण (Text replace - "आजाद" to "आज़ाद")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
आजाद -सुमित्रानंदन पंत
सुमित्रानंदन पंत
कवि सुमित्रानंदन पंत
जन्म 20 मई 1900
जन्म स्थान कौसानी, उत्तराखण्ड, भारत
मृत्यु 28 दिसंबर, 1977
मृत्यु स्थान प्रयाग, उत्तर प्रदेश
मुख्य रचनाएँ वीणा, पल्लव, चिदंबरा, युगवाणी, लोकायतन, हार, आत्मकथात्मक संस्मरण- साठ वर्ष, युगपथ, स्वर्णकिरण, कला और बूढ़ा चाँद आदि
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
सुमित्रानंदन पंत की रचनाएँ

पैगम्बर के एक शिष्य ने
पूछा, 'हजरत बंदे को शक
है आज़ाद कहां तक इंसा
दुनिया में, पाबंद कहां तक?'

'खड़े रहो!' बोले रसूल तब,
'अच्छा, पैर उठाओ ऊपर'
'जैसा हुक्म!' मुरीद सामने
खड़ा हो गया एक पैर पर!

'ठीक , दूसरा पैर उठाओ '
बोले हंस कर नबी फिर तुरंत,
बार बार गिर, कहा शिष्य ने
'यह तो नामुमकिन है हजरत'

'हो आज़ाद यहां तक, कहता
तुमसे एक पैर उठ उपर,
बंधे हुए दुनिया से, कहता
पैर दूसरा अड़ा जमीं पर!' -
पैगम्बर का था यह उत्तर!




संबंधित लेख